ईरान ने २००२ में ही परमाणु हथियारों का निर्माण शुरू किया था – खुफिया कागजात सार्वजनिक हुए

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरलंदन: अपना परमाणु कार्यक्रम शांति के उद्देश्य से होने का दावा ईरान पिछले डेढ दशकों से कर रहा है| पर, इन डेढ दशकों से पहले से ही ईरान ने परमाणु हथियारों का निर्माण करने की दिशा में कदम उठाए है, यह साबित करनेवाले सबुत सामने आए है| ब्रिटेन के समाचार पत्र ने इससे जुडी सार्वजनिक की है| इन सबुतों के कारण ईरान काफी बडी मुश्किलों में फंस सकता है, यह दावा इस समाचार पत्र ने किया है|

वर्ष २०१८ में इस्रायल के जासूस ईरान की राजधानी तेहरान में में एक भंडार में प्रवेश करने में कामयाब हुए थे| इस भंडार में ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुडे हजारों अहम कागजात और सीडीज् रखे गए थे| यह सभी सबुत हिरासत में लेने में इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा कामयाब हुई थी| इस्रायल के प्रधानमंत्री बेजामिन नेत्यान्याहू ने पत्रकारों को आमंत्रित करके ईरान के परमाणु कार्यक्रम के विरोध में बरामद किए यह सबुत सार्वजनिक किए थे| पर, ईरान ने इस्रायल के यह दावे ठुकराए थे| इस्रायल की ईरान विरोधी साजिश का यह भाग होने का आरोप ईरान के नेताओं ने किया था|

इसके बाद इस्रायल ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री, भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष एवं विदेश नीति के विशेषज्ञ के ‘फ्रेंडस् ऑफ इस्रायल इनिशिएटिव्ह’ (एफओआयआय) गुट तैयार किया था| इसमें कनाडा के भूतपूर्व विदेशमंत्री जॉन बायर्ड का भी समावेश है| इस गुट के हाथ में ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुडे सबुत प्रदान करके इस्रायल ने जांच शुरू की थी| इन कागजातों में ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित वरिष्ठ अधिकारी मोसेन फखरीझादेह का पत्र भी बरामद हुआ है|

इस में ईरानी वैज्ञानिकों ने मंजुरी प्राप्त किए परमाणु बम के निर्माण के लिए जरूरी जानकारी की फखरीझादेह के सामने मांग रखी थी| इसमें ईरानी वैज्ञानिक ने ‘वॉरहेड’ यह स्पष्ट जिक्र करने की बात स्पष्ट हुई है| तभी जवाब में फखरीझादेह ने पुरी जानकारी पर काम शुरू होने की बात पहुंचाई थी| इस से ईरान ने अपना परमाणु कार्यक्रम लष्करी स्तर पर पहुंचाया था, यह भी स्पष्ट हो रहा है, ऐसा दावा ‘एफओआयआय’ ने तैयार किए रपट में किया है|

इन कागजातों की वजह से ईरान ने वर्ष २०१५ में पश्‍चिमी देशों के साथ किया परमाणु समझौता किसी भी प्रकार से वैध साबित नही होता, यह बात ‘एफओआयआय’ ने अपने रपट में दर्ज की है| अगले कुछ हफ्तों में यह रपट सार्वजनिक किया जाएगा| पर, इससे पहले ही ब्रिटेन के समाचार पत्र ने इन कागजातों की जानकारी प्राप्त करके समाचार प्रसिद्ध किया है| साथ ही परमाणु हथियारों का निर्माण शुरू करके ईरान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को फंसाया है, यह दावा भी इस समाचार पत्र ने किया है|

इसी बीच, पश्‍चिमी देशों के साथ किए परमाणु समझौते का उल्लंघन करनेवाला ईरान अगले दो वर्षों में परमाणु बम का निर्माण करेगा, यह चेतावनी इस्रायली विश्‍लेषक एफ्रिम असचुलाई ने दी है| कुछ दिन पहले जर्मनी के विदेशमंत्री हैको मास ने भी ईरान डेढ वर्षों में परमाणु हथियारों का निर्माण करने में कामयाब होगा, यह बयान किया है| ऐसी स्थिति में ‘एफओआयआय’ का यह रपट ईरान के सामने खडी मुश्किलों में बढोतरी करनेवाला साबित हो रहा है|

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