ईरान इस्फाहन में नए परमाणु ‘रिएक्टर’ का निर्माण करेगा – बायडेन प्रशासन की चिंता बढ़ी

वॉशिंग्टन/तेहरान – नातांझ परमाणु प्रकल्प पर हमले के बाद सावधान हुआ ईरान इस्फाहन में नए स्वदेशी परमाणु ‘रिएक्टर’ का निर्माण कर रहा है। ईरान के परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख ने संबंधित ऐलान किया। कुछ दिन पहले ईरान ने इस्फाहन परमाणु प्रकल्प में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग द्वारा लगाए गए सीसीटीवी कैमेरे हटाए थे। इसके बाद परमाणु ऊर्जा आयोग के प्रमुख ने इसकी आलोचना की थी और ईरान का परमाणु कार्यक्रम काफी तेज़ी से बढ़ने का दावा किया था। इस पृष्ठभूमि पर इस प्रकल्प में नए रिएक्टर का निर्माण करने के ईरान के ऐलान से परमाणु समझौता करने पर कायम रही अमरीका के बायडेन प्रशासन की चिंता बढ़ी है।

ईरान परमाणु बम का निर्माण कर सकता है, ऐसी चेतावनी ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी के वरिष्ठ सलाहकार ने कुछ दिन पहले ही दी थी। परमाणु बम का निर्माण करने के लिए आवश्यक तकनीक और सामान ईरान ने प्राप्त किया है, यह दावा खामेनी के सलाहकार ने किया था। इसके बाद ईरान के परमाणु कार्यक्रम की गति पर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने चिंता जतायी थी।

पिछले साल से वियना और दोहा में ईरान के साथ परमाणु समझौते की बातचीत असफल रही। ईरान ने परमाणु समझौते के बदले में अमरीका से की हुई माँगें पूरी करना मुमकिन ना होने का ऐलान बायडेन प्रशासन ने किया था। फिर भी परमाणु समझौता मुमकिन है और ईरान के साथ आगे भी बातचीत जारी रखने का ऐलान राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने किया था। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष की इस भूमिका पर इस्रायल ने नाराज़गी व्यक्त की थी। तथा कोई भी परमाणु समझौता ईरान को परमाणु बम बनाने से रोक नहीं सकेगा, यह इशारा इस्रायल ने दिया था।

ऐसी स्थिति में ईरान ने इस्फाहन परमाणु प्रकल्प में नए रिएक्टर के निर्माण का ऐलान किया है। ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने स्थानीय माध्यमों से बातचीत करते हुए यह परमाणु रिएक्टर ईरान का सबसे बड़ा रिएक्टर होगा और इससे ईरान की परमाणु ऊर्जा की ज़रूरतें पूरी करना मुमकिन होगा, यह दावा किया। लेकिन, इस्फाहन परमाणु प्रकल्प को लेकर ईरान के इस ऐलान को इस्रायली और पश्चिमी विश्लेषक और माध्यम काफी गंभीरता से देख रहे हैं।

चार दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने ईरान के इस्फाहन परमाणु प्रकल्प को लेकर ध्यान आकर्षित करनेवाली जानकारी सार्वजनिक की थी। साल २०१५ के परमाणु समझौते के अनुसार परमाणु ऊर्जा आयोग के सुझाव अनुसार ईरान को प्रकल्प में सीसीटीवी लगाना चाहिए था। इस साल जनवरी में ईरान ने इस्फाहन में लगे सीसीटीवी हटाकर परमाणु समझौते का उल्लंघन किया था। साथ ही परमाणु ऊर्जा आयोग के निरीक्षकों के परमाणु प्रकल्प में आने पर भी ईरान ने प्रतिबंध लगाए हैं।

इसी बीच इस्फाहन परमाणु प्रकल्प की गतिविधियाँ पहले से ही संदिग्ध होने का दावा किया जाता है। ऐसी स्थिति में वहां पर नए परमाणु रिएक्टर का निर्माण करने का ईरान का ऐलान इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा सकता है।

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