ईरान के साथ परमाणु समझौते का सुवर्ण अवसर प्राप्त करने में बायडेन प्रशासन नाकाम रहा – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी का इशारा

तेहरान – ईरान के साथ परमाणु समझौता करने का सुवर्ण अवसर प्राप्त करने में बायडेन प्रशासन नाकाम रहा, ऐसा इशारा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने दिया है। बायडेन प्रशासन ने दो दिन पहले ही ईरान को नए परमाणु समझौते का प्रस्ताव देने की तैयारी दिखानवाली खबरें प्रसिद्ध हुई थीं। ईरान ने परमाणु कार्यक्रम बंद किया तो प्रतिबंध शिथिल करने के संकेत भी अमरीका ने इस दौरान दिए थे। इस पर ईरान के राष्ट्राध्यक्ष की यह प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है।

iran-biden-administrationअमरीका की शीर्ष वृत्तसंस्था ने प्रसिद्ध की हुई जानकारी के अनुसार राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ईरान के परमाणु समझौते की मुश्‍किलें दूर करने की कोशिश में हैं। इसके लिए बायडेन प्रशासन ईरान के सामने नए परमाणु समझौते का प्रस्ताव रख रहा है। ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम की कुछ गतिविधियाँ बंद करे। इसमें ‘एडवान्स्ड सेंट्रिफ्यूजेस’ पर शुरू किया हुआ काम, युरेनियम संवर्धन कम करने की माँगों का समावेश है। अपनी माँगें स्वीकारने पर ईरान पर लगाए गए कुछ प्रतिबंध शिथिल करने की तैयारी बायडेन प्रशासन ने दिखाई थी। इन गतिविधियों से संबंधित दो अफसरों ने अमरिकी वृत्तसंस्था को यह जानकारी प्रदान की।

क्या बायडेन प्रशासन ने ईरान को यह प्रस्ताव भेजा है, इसकी अधिकृत जानकारी अभी प्रसिद्ध नहीं हुई है। लेकिन, अमरिकी माध्यमों ने प्रसिद्ध की इस जानकारी पर ईरान से तीखी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने तीखे शब्दों में बायडेन प्रशासन को फटकार लगाई। ‘अमरीका वर्ष २०१५ के परमाणु समझौते का पालन करती है तो ही ईरान भी अपनी ज़िम्मेदारी निभाएगा’, यह बात ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी ने पहले ही स्पष्ट की थी’, राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने इसकी याद दिलाई।

iran-biden-administration‘इसलिए इस क्षेत्र का, विश्‍व का और अमरीका का भी हित हुआ होता। लेकिन, यह सुवर्ण अवसर प्राप्त करने में हम नाकाम रहे, यह बात अमरीका की समझ में कभी नहीं आएगी। अमरीका के बायडेन का नया प्रशासन ईरान की सच्चाई से काफी दूर जा चुका है और यह अमरीका को अधिक संकट में धकेल रही है’, ऐसा इशारा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने दिया। बायडेन प्रशासन को ईरान की पूरी जानकारी नहीं है, यही सबसे बड़ा दुर्भाग्य है, ऐसी आलोचना राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने की। इसके साथ ही, ‘ईरान ने यह आर्थिक युद्ध शुरू नहीं किया है। फिर भी ईरान ने सालभर इस समझौते के नियमों का पालन किया’, यह बयान भी रोहानी ने किया।

अमरीका चाहे तो एक दिन में ईरान पर लगाए गए सभी प्रतिबंध हटा सकती है लेकिन, ऐसा करने की इच्छा बायडेन प्रशासन नहीं रखता, ऐसी फटकार ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने लगाई थी। लेकिन, इच्छा होने के बावजूद बायडेन प्रशासन को ईरान संबंधित निर्णय करना आसान नहीं है। क्योंकि, इस्रायल और सौदी अरब एवं खाड़ी क्षेत्र के अन्य देशों समेत अमरीका का विपक्षी दल भी बायडेन को तीव्र विरोध कर सकते हैं। इसी कारण बायडेन प्रशासन ईरान के प्रति बड़ी सावधानी से भूमिका अपनाता हुआ दिख रहा है।

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