चीन की आर्थिक स्थिति बिगड़ने के संकेत – सरकारी कर्मचारियों के वेतन में बड़ी कटौती

बीजिंग – चीन के सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 20 से 25 प्रतिशत तक कटौती हुई है। वहीं, कुछ जगह पर शिक्षा विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों को नए साल के उपलक्ष्य में दिया गया बोनस भी रद्द कर दिया गया है। इससे पहले चीन ने उद्योजक, निवेशक, स्थानिक कलाकारों से बड़े पैमाने पर टैक्स वसूली की होने की खबरें प्रकाशित हुई थी। इसका हवाला देकर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने वाले चीन की आर्थिक स्थिति बिगड़ी होने का दावा माध्यम कर रहे हैं।

Chinese-Economy‘हाँगकाँग पोस्ट’ ने प्रकाशित की जानकारी के अनुसार, चीन के हेनान, जियांशी और ग्वांगदाँग प्रांतों की स्थानिक सरकारी यंत्रणाओं ने कर्मचारियों के वेतन में 25 प्रतिशत तक कटौती की है। वहीं, उपरोक्त प्रांतों समेत शंघाई, शँदाँग, चाँकिंग, हुबेई इन प्रांतों में भी सरकारी कर्मचारियों के बोनस अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिए गए हैं। इस कार्रवाई का कोई भी कारण अपनी जनता को देने के लिए चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत जवाबदेह नहीं है।

लेकिन पिछले दो सालों में कोरोना के दौर में, चीन ने ज़बरदस्ती से अमल की हुई ‘झिरो कोव्हिड पॉलिसी’ के झटके उद्योग क्षेत्र को लग रहे हैं। उसी समय, चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत को अतिरिक्त कर्जे का बोझ सहन नहीं हो रहा है और चीन में एवरग्रैंड जैसे कई संकट सामने आ रहे हैं। आर्थिक संकट को टालने के लिए चीन के अधिकारी अंतरराष्ट्रीय बैंकों तथा वित्त संस्थाओं से मुलाकातें कर रहे होने की बात भी सामने आ रही है।

इस पृष्ठभूमि पर, तिजोरी पर होनेवाला बोझ कम करने के लिए चीन ने सरकारी कर्मचारियों के वेतन में कटौती की हुई दिख रही है। इससे पहले ही जिनपिंग हुकूमत की नीतियों को लेकर चिनी जनता में नाराज़गी बढ़ती चली जा रही होने की खबरें सामने आईं थीं।

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