८ प्रतिशत विकास दर लगातार रखने से ३० सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था ३० ट्रिलियन डॉलर्स की होगी – केंद्रीय व्यापारमंत्री पियुष गोयल

तिरुपूर – हर वर्ष लगातार ८ प्रतिशत विकास दर कायम रखा गया तो भारत की अर्थव्यवस्था अगले ३० सालों में ३० ट्रिलियन्स डॉलर्स तक छलांग लगाएगी, ऐसा विश्वास केंद्रीय व्यापारमंत्री पियुष गोयल ने व्यक्त किया है। फिलहाल तीन ट्रिलियन डॉलर्स पर होनेवाली भारतीय अर्थव्यवस्था तीन दशकों में यह ऊंचाई प्राप्त कर सकती है, यह बयान केंद्रीय व्यापारमंत्री ने बड़े विश्वास से किया। कुछ लोग इस पर भरोसा नहीं करते, लेकिन, अर्थव्यवस्था को यह ऊंचाई प्रदान करने की क्षमता हम रखते हैं और इसका इस्तेमाल करके यह ध्येय प्राप्त करना मुमकिन होगा, ऐसा संदेश व्यापारमंत्री गोयल ने दिया।

८ प्रतिशत विकास दरतिरुपूर में आयोजित एक समारोह में उद्योगमंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर महत्वाकांक्षी ऐलान किए। भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार फिलहाल तीन ट्रिलियन डॉलर्स (तीन लाख करोड़ डॉलर्स) का है। देश लगातार ८ प्रतिशत विकास दर से प्रगति करता है तो अगले नौं सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था ६.५ ट्रिलियन डॉलर्स तक जाएगी। इसके आगे के नौं सालों में यानी १८ साल बाद भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार १३ ट्रिलियन डॉलर्स होगा। ऐसे में २७ साल बाद हमारी अर्थव्यवस्था २६ ट्रिलियन तक जा पहुँचेगी। इस गणित को ध्यान में रखें तो अगले ३० सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था ३० ट्रिलियन डॉलर्स का उद्देश्य आसानी से प्राप्त कर सकती है, ऐसा केंद्रीय व्यापारमंत्री ने कहा है।

हम कर रहे दावे अतिशयोक्ति से भरे होने का विचार होता है तो वह तिरुपूर पहुँचे। यहां के वस्त्र उद्योग ने की हुई प्रगति और युवा उद्यमियों की कल्पकता का अनुभव करें, ऐसा व्यापारमंत्री गोयल ने कहा। भारत का वस्त्रोद्योग फिलहाल १० लाख करोड़ रुपयों का है। साथ ही वस्त्रोद्योग के ज़रिये देश से हो रहा निर्यात फिलहाल ३.५ लाख करोड़ रुपयों का है। अगले पांच सालों में यह उद्योग २० लाख करोड़ रुपयों तक बढ़ाने के साथ इसका निर्यात १० लाख करोड़ रुपये करने का ध्येय वस्त्रोद्योग मंत्रालय ने तय किया है, यह जानकारी भी व्यापारमंत्री ने साझा की।

ऐसा हो नहीं सकेगा, ऐसा विचार कुछ निराशावादी रखते हैं। लेकिन, हम इस पर उम्मीद रखकर हैं। ३० सालों में अर्थव्यवस्था ३० ट्रिलियन डॉलर्स करने की क्षमता हम रखते हैं, हम ऐसा कर सकते हैं या करेंगे, यह कहकर केंद्रीय मंत्री ने उद्योगक्षेत्र का उत्साह बढ़ाया है। फिलहाल जारी रशिया-यूक्रेन युद्ध एवं कोरोना की महामारी की वजह से निर्माण हुई स्थिति ने देश के सामने कुछ चुनौतियाँ खड़ी की हैं। इस वजह से उत्पादन के लिए आवश्यक सप्लाई कम हुई है। फिर भी इन सभी मुश्किलों को परास्त करके भारतीय अर्थव्यवस्था आगे बढ़ रही है, इस पर पियुष गोयल ने ध्यान आकर्षित किया।

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