फ्रान्स और ब्रिटेन को भी पछाड़कर भारत छठें स्थान की अर्थव्यवस्था बनेगा – ‘सीईबीआर’ का अनुमान

लंदन – वर्ष २०२२ में फ्रान्स को पीछे छोड़कर और २०२३ में ब्रिटेन को पछाड़कर भारत विश्‍व में छठे स्थान की अर्थव्यवस्था बनेगा। ‘द सेंटर फॉर इकॉनॉमिक्स ऐण्ड बिज़नेस रिसर्च’ (सीईबीआर) नामक ब्रिटेन की एक संस्था ने यह जानकारी साझा की है। इसके साथ ही अगले वर्ष ‘ग्लोबल इकॉनॉमिक आऊटपुट’ १०० ट्रिलियन डॉलर्स तक बढ़ेगा, यह जानकारी भी ‘सीईबीआर’ ने प्रदान की।

‘सीईबीआर’कोरोना की महामारी की वजह से उभरी आर्थिक ढ़िलाई का भारतीय अर्थव्यवस्था पर काफी बड़ा असर पड़ा था। लेकिन, अब भारतीय अर्थव्यवस्था को गति प्राप्त हो रही है और करीबी समय में फ्रान्स और ब्रिटेन को पीछे छोड़कर भारतीय अर्थव्यवस्था छठे स्थान पर छलांग लगाएगी, यह बात ‘सीईबीआर’ ने अपनी रपट में दर्ज़ की है। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था छलांग लेने की तैयारी में होने की रपट जारी की थी। आर्थिक क्षेत्र में काम कर रही अन्य वित्तसंस्थाओं ने भी इसकी पुष्टी की थी। साथ ही वर्ष २०२२ में ‘ग्लोबल इकॉनॉमिक आऊटपुट’ १०० ट्रिलियन डॉलर्स तक जाएगा, यह जानकारी भी ‘सीईबीआर’ ने प्रदान की है। अगले सात वर्षों में चीन अमरीका को पीछे छोड़कर विश्‍व में पहले स्थान की अर्थव्यवस्था बनेगा, यह दावे किए जा रहे थे। लेकिन, इसके लिए चीन को और कुछ वर्ष प्रतिक्षा करनी पड़ेगी, ऐसा ‘सीईबीआर’ ने अपने रपट में कहा है। वर्ष २०३० में चीन अमरीका से आगे निकल जाएगा और विश्‍व में पहले स्थान की अर्थव्यवस्था बनेगा, यह दावा ‘सीईबीआर’ ने किया है।

‘सीईबीआर’इसी बीच, २०२५ तक अपनी अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन डॉलर्स तक करने का ध्येय भारत ने तय किया है। लेकिन, कोरोना की महामारी के कारण यह ध्येय प्राप्त करना कठिन होने का दावा किया जा रहा है। पर, कोरोना की महामारी की दूसरी लहर खत्म होने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन में सुधार दर्ज़ हुआ था। अब भारतीय अर्थव्यवस्था छलांग लगाने की तैयारी में होने का बयान केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने किया था। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में हुई बढ़ोतरी और अर्थव्यवस्था को प्राप्त हुई गति इसके स्पष्ट संकेत देते हैं, ऐसा वित्तमंत्री सीतारामन ने कहा था।

इसके बावजूद वैश्विक अर्थव्यवस्था के सामने उभरी कोरोना की महामारी और महंगाई का संकट अभी खत्म नहीं हुआ है, इस ओर भी ‘सीईबीआर’ की रपट में ध्यान आकर्षित किया गया है।

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