यूक्रैन युद्ध पर भारत ने अपनाई भूमिका अमरीका को निराश करने वाली – अमरिकी सिनेटर का दावा

यूक्रैन युद्धवॉशिंग्टन – यूक्रैन युद्ध पर भारत और इस्रायल जैसे अमरीका के मित्रदेशों की तटस्थता की भूमिका निराश करनेवाली होने का बयान अमरीका के सिनेटर मार्क वॉर्नर ने किया है| ऐसी तटस्थता दिखाकर बाड़ पर बैठे रहने जैसा यह मुद्दा नहीं है, बल्कि अच्छा या बुरा इनमें से एक का चयन करने का सवाल है, ऐसा कहकर वॉर्नर ने दोनों लोकतांत्रिक देशों ने हमें निराश किया, ऐसा कहा| इसी दौरान अमरीका के वाईट हाऊस की वरिष्ठ अधिकारी मिरा राप-हूपर ने कहा कि, भारत ने यूक्रैन युद्ध पर अपनाई नीति संतोषजनक नहीं है, लेकिन यही अपेक्षा थी|

यूक्रैन युद्ध जारी होते हुए भारत रशिया विरोधि भूमिका अपनाए, इसके लिए अमरीका भारत पर दबाव ड़ाल रही है| अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने इसके लिए भारत की आलोचना की थी| फिर भी भारत ने इस युद्ध में किसी का पक्ष नहीं लेंगे, ऐसा कहकर हमारी नीति शांति का पुरस्कार करनेवाली होने का ऐलान किया था| इस पर अमरीका विभिन्न तरीकों से अपनी नाराज़गी जता रही है और इसके ज़रिये भारत पर दबाव ड़ालने की कोशिश कर रही है| भारत के समर्थक माने जानेवाले मार्क वॉर्नर अमरिकी सिनेट की ‘सिलेक्ट कमिटी ऑन इन्टेलिजन्स’ के प्रमुख हैं| तथा अमरीका के ‘इंडिया कौकस’ के उपाध्यक्ष भी हैं| उन्होंने यूक्रैन युद्ध में भारत की भूमिका निराश करनेवाली होने का बयान किया है|

यूक्रैन युद्धवॉर्नर ने यह भी कहा है कि, भारत और इस्रायल जैसे लोकतांत्रिक देशों ने यूक्रैन युद्ध को लेकर बाड़ पर बैठकर कोई भी भूमिका ना अपनाने का निर्णय करना समझ में नहीं आता| अच्छे-बुरे में से एक का चयन करने का अवसर है और ऐसे में तटस्थ रहना अनुचित होगा, ऐसी आलोचना वॉर्नर ने की| तो, अमरीका के वाईट हाऊस के ‘नैशनल सिक्युरिटी काऊन्सिल’ के ‘इंडो-पैसिफक’ की डायरेक्टर मिरा राप-हूपर ने भारत की भूमिका संतोषजनक नहीं है, फिर भी अपेक्षानुसार भी ना होने का दावा किया| भारत के रशिया के साथ ऐतिहासिक संबंध हैं, इसके मद्देनज़र भारत ने इस मुद्दे पर अपनाई हुई भूमिका उम्मीद के बाहर है, ऐसा कहना मुमकिन नहीं, यह राप-हूपर ने कहा|

भारत-चीन संबंधों में तनाव निर्माण हुआ है और ऐसे में भारत रशिया के साथ अपने संबंधों को अधिक अहमियत दे रहा है, इस ओर हूपर ने ध्यान दिलाया| साथ ही, हथियार और रक्षा सामान के मोर्चे पर रशिया पर निर्भरता कम करने की कोशिश में भी भारत होने का संज्ञान हूपर ने लिया|

इसी वजह से अमरीका ने भविष्य को सामने रखकर भारत का पक्ष समझकर भारत के सामने नया विकल्प रखने की तैयारी करनी चाहिए, यही हूपर ने सूचित किया है|

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