भारत से १०८ देशों को हो रही है हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति

नई दिल्ली – कोरोना वायरस के मरीजों पर इलाज करने के लिए अबतक प्रभावी साबित हुई हायड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाई की दुनियाभर से बडी माँग हो रही है। इस दवाई का सबसे अधिक मात्रा में निर्माण करनेवाला भारत यह दवाई हमें सप्लाई करें, इसके लिए दुनिया के कई देश बड़ी उम्मीद के साथ भारत की ओर देख रहे हैं। इनमें अमरीका जैसी सुपरपॉवर से लेकर अफ्रीका के काफ़ी पिछड़े देशों का भी समावेश है। भारत ने भी ज़िम्मेदारी को समझकर अबतक करीबन १०८ देशों को हायड्रोक्सोक्लोरोक्वीन की आपूर्ति करना शुरू किया है। इसके लिए दुनियाभर के देश भारत की तहे दिल से सराहना कर रहें हैं।

दुनियाभर में अबतक कोरोना वायरस से संक्रमित हुए करीबन डेढ़ लाख लोगों की मौत हुई हैं। साथ ही, इस महामारी का संक्रमण हुए लोगों की संख्या २० लाख से भी अधिक हुई है। इन सभी लोगों पर इलाज हो रहे हैं। लेकिन अबतक इस महामारी पर इलाज करने के लिए पुख़्ता टीका प्राप्त नहीं हुआ है। ऐसे में इस महामारी पर फिलहाल हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की दवाई ही सबसे अधिक प्रभावी साबित हुई हैं। इसी कारण बडी मात्रा में हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का निर्माण कर रहें भारत के सामने दुनियाभर के प्रमुख देशों ने यह औषधि देने की माँग रखीं हैं।

ऐसे में भारत हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की ८.५० करोड टैब्लेटस्‌ कुल १०८ देशों को प्रदान कर रहा है। इसके साथ ही, भारत से पैरासिटामॉल की आपूर्ति भी हो रही है। इन्हीं में से कुछ देशों तक भारत से यह सहायता पहुँच चुकी है। इनमें महासत्ता अमरीका का भी समावेश है। शुरू में अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इस दवाई की आपूर्ति को लेकर भारत को आक्रामक चेतावनी दी थी।

इसपर भारत से प्रतिक्रिया प्राप्त होते ही ट्रम्प ने अपने रवैये में नर्मी दिखाई थी। इसके बाद भारत ने हायड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति करने पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने भारत का शुक्रिया अदा किया था। वहीं, ब्राज़िल के राष्ट्राध्यक्ष बोल्सेनारो ने, भारत ने प्रदान की हुई यह दवाई यानी ब्राज़िल के लिए संजीवनी ही है, ऐसा कहा था। जिस प्रकार हनुमानजी ने दिव्य संजीवनी लाकर श्रीराम के भाई लक्ष्मण के प्राणों की रक्षा की थी, उसी प्रकार भारत ने हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति करके ब्राज़िल के नागरिकों के प्राणों की रक्षा की है, यह बयान बोल्सेनारो ने किया था। ठीक हनुमान पूर्णिमा के दिन ही ब्राज़िल के राष्ट्राध्यक्ष ने यह ज़िक्र किया था।

इसी बीच, भारत से हालाँकि अन्य देशों को हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति हो रही हो, लेकिन देश की माँग पूरी करने के लिए आवश्‍यक इस दवाई का भंडार देश के पास है, यह भरोसा केंद्र सरकार दे रही है। दुनिया भर से आ रही बढती माँग की पृष्ठभूमि पर, इस दवाई का निर्माण कर रहीं भारतीय कंपनियों ने हायड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन एवं पैरासिटामॉल का उत्पाद बढाया है। दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में फँसी है, ऐसे में भारत से इस दवाई की हो रही आपूर्ति काफ़ी लाभदायी साबित हो रही है। इस वजह से आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रभाव भी दिनबदिन बढ रहा है।

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