भारत में १०१ रक्षा सामग्री के आयात करने पर पाबंदी लगेगी – रक्षामंत्री का ऐलान

नई दिल्ली – रायफल से लेकर तोप तक के 101 रक्षा सामग्री के आयात करने पर पाबंदी लगेगी। देश में रक्षा सामग्री का निर्माण करके इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के लिए यह निर्णय हो रहा है, यह ऐलान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया।

Import-Defense-Equipmentरक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर अभियान शुरू किया गया है। इसके अनुसार रक्षा मंत्रालय ने कुछ रक्षा सामग्री की सूचि तैयार की है। इसमें कुछ हथियार और रक्षा उपकरणों का समावेश है। रविवार की सुबह को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इससे संबंधित ऐलान किया। भारत इस रक्षा सामग्री की सबसे अधिक आयात करनेवाला देश है। इसी वजह से इस तरह से आयात पर पाबंदी लगाने का निर्णय ऐतिहासिक समझा जा रहा हैं। सभी संबंधितों के साथ चर्चा करके इस पर अंतिम निर्णय होगा, यह बात रक्षा मंत्रालय ने कही।

रक्षा क्षेत्र में ’मेक इन इंडिया’ के लिए बीते पांच वर्षों से बड़ी कोशिश हो रही है। साथ ही रक्षा सामग्री का निर्यात करना भी भारत ने शुरू किया है। लेकिन, अब इसे अधिक व्यापक स्वरूप दिया जा रहा है और देश में निर्माण होनेवाली रक्षा सामग्री और उपकरणों की खरीद करने के लिए प्राथमिकता रहेगी।

इसी वर्ष मई महीने में रक्षा क्षेत्र में ‘एफडीआय’ की तय सीमा 49% से बढ़ाकर 74% की गई थी। लेकिन इस क्षेत्र में 49% से अधिक विदेशी निवेश करने के लिए सरकार की अनुमति आवश्‍यक रहेगी। लेकिन, अधिक से अधिक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए यह नियम भी शिथिल करने की गतिविधियां शुरू होने के समाचार प्राप्त हुए थे। इससे इस क्षेत्र में अधिक निवेश हो और देश में निर्माण कार्य को गति प्रदान करने की कोशिश शुरू होने की बात स्पष्ट हो रही है।

इस पृष्ठभूमि पर रक्षामंत्री ने 101 रक्षा सामग्री का आयात करने पर पाबंदी लगाना तय किया है। इस सामान की सूचि प्रसिद्ध की गई है और वर्ष 2015 से 2020 के दौरान देश में इस सूचि में दर्ज़ रक्षा सामग्री की खरीद करने के लिए 3.5 लाख करोड़ रुपयों के कान्ट्रैक्ट दिए गए हैं। लेकिन, इस निर्णय के बाद अगले छह से सात वर्षों में देश में भी चार लाख करोड़ रुपयों के कान्ट्रैक्ट प्रदान होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.