कर्ज़ की मर्यादा ना बढ़ाने पर अमरीका ‘डिफॉल्टर’ होने की आशंका – वित्तमंत्री जैनेट येलेन की चेतावनी

वॉशिंग्टन – कर्ज़ की मर्यादा अगले कुछ दिनों में हटाने में असफल रहे तो अमरिकी अर्थव्यवस्था ‘डिफॉल्टर’ हो सकती है, ऐसा इशारा वित्तमंत्री जैनेट येलेन ने दिया। साल २०२१ में संसद ने ३१.४ ट्रिलियन डॉलर्स की कर्ज की मर्यादा निर्धारित की थी। यह मर्यादा १९ ज़नवरी को खत्म होगी और इसके बाद कोषागार विभाग को कुछ असाधारण प्रावधान करने पडेंगे, इस पर वित्तमंत्री येलेन ने ध्यान आकर्षित किया। अमरिकी अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ रही है, ऐसे इशारे पिछले कुछ महीनों से लगातार दिए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर अर्थव्यवस्था ‘डिफॉल्टर’ होने को लेकर दिया गया इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है।

वित्तमंत्री येलेन ने अमरिकी संसद को एक खत में अमरिकी अर्थव्यवस्था ‘डिफॉल्ट’ होने के खतरे पर ध्यान आकर्षित किया है। ‘१९ जनवरी को कर्ज की मर्यादा खत्म होने के बाद बायडेन प्रशासन को नया कर्ज़ उठाना मुमकिन नहीं होगा। ऐसी स्थिति विभिन्न प्रावधान करके खर्च पर नियंत्रण रखा जाएगा। लेकिन, यह प्रावधान ज्यादातर जून तक चल सकते हैं। इसके बाद प्रशासन को भुगतान करना ही पडेगा और ऐसा ना करने पर अर्थव्यवस्था पर कर्ज डुबाने वाली अर्थव्यवस्था की मोहर लगेगी’, इसका गंभीर अहसास वित्तमंत्री ने इस खत के माध्यम से कराया है।

कर्ज़ का भुगतान न करने का खतरा अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं ऐसा इशारा भी वित्तमंत्री येलेन ने दिया है। वित्तमंत्री येलेन के खत पर वाईट हाऊस ने बयान किया है और संसद में जल्द ही विधेयक पेश किया जाएगा, ऐसा भी कहा है। लेकिन, कर्ज की मर्यादा बढ़ाने के विधेयक को लेकर संसद में जोरदार राजनीतिक संघर्ष होने की संभावना माध्यमों ने जताई है।

कर्ज की मर्यादा बढ़ानी हो तो खर्च पर भी मर्यादा लगानी पडेगी, ऐसी चेतावनी रिपब्लिकन पार्टी ने दी है। प्रशासन द्वारा हो रहे खर्च में हम बदलाव करेंगे, ऐसा इशारा प्रतिनिधि सदन के सभापति केविन मैकार्थी ने दिया। ऐसा हुआ तो राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के एजेन्डा का हिस्सा होने वाली कुछ योजनाएं मुश्किल में पड सकती हैं। इसलिए डेमोक्रैट पार्टी ने इसे जोरदार विरोध किया है।

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