जापान और दक्षिणी कोरिया के बीच ऐतिहासिक समझौता

दूसरे विश्वयुद्ध के ‘कम्फ़र्ट वुमन’ के मुद्दे को लेकर हुआ समझौता

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दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापानी लष्कर के द्वारा दक्षिणी कोरिया की महिलाओं पर किए गये अत्याचारों कए मुद्दे पर आख़िरकार हल निकला है। सोमवार को दक्षिणी कोरिया की राजधानी सेऊल में दोनों देशों के विदेशमंत्रियों के बीच इस सन्दर्भ में ऐतिहासिक समझौते पर दस्तख़त किए गये। समझौते की तरतूतों के अनुसार, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अ‍ॅबे ने उपरौल्लेखित मुद्दे को लेकर दक्षिणी कोरिया से माफ़ी माँगी है। जापान और दक्षिणी कोरिया के बीच के संबंधों मे सुधार लाने की दिशा में, यह समझौता एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव साबित हो सकता है, ऐसा कहा जाता है।

सोमवार को जापान के विदेशमंत्री फुमिओ किशिदा ने सेऊल में दक्षिणी कोरिया के विदेशमंत्री युन ब्युंग-से से मुलाकात कर चर्चा की। चर्चाउपरांत दोनों विदेशमंत्रियों ने संयुक्त पत्रकारपरिषद में ‘कम्फ़र्ट वुमन’ के मुद्दे पर ऐतिहासिक समझौता हुआ होने की जानकारी दी। ‘कम्फ़र्ट वुमन’ के घटनाक्रम में जापानी लष्कर का सहभाग था, अत: यह जापान सरकार की ज़िम्मेदारी है, यह कहकर जापानी विदेशमंत्री किशिदा ने समझौते बाबत की अपनी भूमिका स्पष्ट की।

इस ऐतिहासिक समझौते के अनुसार, जापान ने ‘कम्फ़र्ट वुमन’ प्रकरण की दक्षिणी कोरियन महिलाओं को ८७ लाख़ डॉलर्स का हरज़ाना देने की बात को मान लिया है। जापान के प्रधानमंत्री अ‍ॅबे ने इस मुद्दे पर माफ़ी भी मांग ली है और इस वाक़ये को लेकर तीव्र शोक भी व्यक्त किया है। समझौता अंतिम होते हुए, जापान ने समझौते की सारी तरतूतों की आपूर्ति करने की बात को क़बूल किया है। दक्षिणी कोरिया ने ‘कम्फ़र्ट वुमन’ प्रकरण से जुड़े हुए ‘स्टॅच्यु ऑफ़ गर्ल’ को उचित स्थान पर स्थलांतरित करने का मान्य किया है।

दोनों देशों में इस बात पर एकमत हो चुका है कि इस मुद्दे को लेकर एक-दूसरे को किसी भी प्रकार का दूषण देना या एकदूसरे की आलोचना करना टाल दिया जायेगा। इसलिए यह समझौता जापान और दक्षिणी कोरिया के बीच के द्विपक्षीय एवं राजनैतिक संबन्धों में सुधार लाने की दिशा में महत्त्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा, ऐसा कहा जाता है। गत कुछ वर्षो में, द्वितीय विश्वयुद्ध के घटनाक्रम को लेकर दोनों देशों के संबन्धों में तनाव बढ़ रहा होने की बात सामने आये थी। इस पार्श्वभूमि पर, नये समझौते के कारण तनाव कम होने के संकेत मिल रहे हैं।

समझौते के मुख्य मुद्दें

– प्रधानमंत्री शिंझो अ‍ॅबे ने लैंगिक शोषण का शिकार बन चुकीं महिलाओं से माँगी माफ़ी

– ऐसी शिकार बनी महिलाओं के लिए जापान द्वारा १ अरब येन (८७ लाख़ डॉलर) का हरज़ाना घोषित

– ‘स्टॅच्यु ऑफ गर्ल’ को अन्यत्र स्थलांतरित करने के लिए सेऊल करेगा विभिन्न नागरी गुटों के साथ चर्चा

– यदि जापान ने अपना वादा नहीं तोड़ा, तो यह समझौता अंतिम है और उसे बदला नहीं जा सकता

– कोरिया, जापान इस मुद्दे को लेकर एक-दूसरे पर इल्ज़ाम लगाने से अपने आप को रोकेंगे

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