खाड़ी युद्ध वैश्विक अर्थव्यवस्था को नया नुकसान पहुंचाने वाला साबित होगा – अमेरिकी आर्थिक विशेषज्ञ नुरिअल रुबिनी की चेतावनी

वॉशिंग्टन – पिछले हफ्ते इस्रायल और हमास के बीच छिड़े युद्ध का दायरा खाड़ी क्षेत्र में फैलने की संभावना है और इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को नया झटका लग सकता है, ऐसी चेतावनी अमेरिका के शीर्ष आर्थिक विशेषज्ञ नुरिअल रुबिनी ने दी। फिलहाल वैश्विक बाजार की बड़ी कंपनियां एवं निवेशक इस्रायल-हमास युद्ध की तीव्रता को कम आंक रहे हैं, ऐसा आरोप भी रुबिनी ने लगाया है। पिछले २४ घंटे में इस्रायल ने गाजा पर जारी हमलों की तीव्रता बढ़ाई है। इस पृष्ठभूमि पर रुबिनी की यह चेतावनी ध्यान आकर्षित करती है।

आतंकवादी संगठन हमास ने पिछले हफ्ते इस्रायल में किए हमलों के बाद इस्रायल की सरकार ने युद्ध का ऐलान किया। खाड़ी युद्ध वैश्विक अर्थव्यवस्था को नया नुकसान पहुंचाने वाला साबित होगा - अमेरिकी आर्थिक विशेषज्ञ नुरिअल रुबिनी की चेतावनीइसके बाद इस्रायल ने गाजा पट्टी पर आक्रामक हमले शुरू किए और हमास से संबंधित सभी ठिकानों को लक्ष्य करना शुरू किया है। गाजा पट्टी से हमास का नामोनिशान मिटने तक यह हमले जारी रहेंगे, यह इशारा इस्रायल ने दिया है। इस वजह से यह युद्ध लंबे समय तक चलने के संकेत प्राप्त हुए हैं और इसके वैश्विक अर्थव्यवस्था पर परिणाम होना शुरू हुआ है।

पिछले कुछ दिनों से अमेरिका, यूरोप, एशिया के साथ खाड़ी क्षेत्र के शेअर बाजार की गिरावट हो रही है। साथ ही खाड़ी देशों के मुद्राओं के मुल्य की भी बड़ी उथल-पुथल होती दिख रही है। कच्चा तेल, ईंधन वायू और सोने की कीमते भी धीरे धीरे बढ़ती दिख रही है। कोरोना की महामारी और रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर वैश्विक अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा था। इसेस यह अर्थव्यवस्था अभी पुरी तरह से संभली भी नहीं हैं और इसी बीच अब नए झटके लगने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

आर्थिक विशेषज्ञ रुबिनी ने यह दावा किया है कि, वर्तमान में सीर्फ एक ही मोर्चे पर लड़ा जा रहा युद्ध भविष्य में नए ‘फ्रंटस्‌’ पर शुरू हो सकता हैं। युद्ध के नए मोर्चे शुरू हुए तो इसमें खाड़ी के अधिक से अधिक देश उतरेंगे और कच्चे तेलों की कीमते भारी उछलेगी, यह इशारा रुबिनी ने दिया। कच्चे तेल की कीमतों का उछाल फिर से महंगाई के लिए न्योता साबित होगा और इससे विश्व के प्रमुख केंद्रीय बैंकों को अधिक आक्रामक निर्णय करना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी अमेरिकी आर्थिक विशेषज्ञ ने दी। यह बात नए आर्थिक संकट की वजह बन सकती है, इसपर भी उन्होंने ध्यान आकर्षित किया।

नुरिअल रुबिनी ने इससे पहले वर्ष २००८-०९ की महामंदी का उचित अनुमान व्यक्त किया था। इसी कारण से वह ‘डॉक्टर डूम’ के नाम से भी जाने जाते है। इस पृष्ठभूमि पर उन्होंने यह नई चेतावनी देना ध्यान आकर्षित करता है।

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