आर्थिक अनिश्‍चितता और खाडी क्षेत्र के तनाव की पृष्ठभूमि पर सोने के दामों में १,३५० डॉलर्स तक उछाल

Third World Warलंदन/न्यूयॉर्क: अंतरराष्ट्रीय वित्त व्यवस्था में बढ़ती अनिश्चितता एवं खाड़ी क्षेत्र में बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर शुक्रवार को सोने के दामों ने १३५० डॉलर्स तक उछाल दिखाई दिया| शुक्रवार को हुए व्यवहार में प्रति औंस के लिए सोेन का दाम १३५१ से १३६२ डॉलर्स तक उछालकर नया उच्चतम स्तर दर्ज हुआ है| अप्रैल २०१८ के बाद पहली बार सोने के दामों में इतनी बड़ी बढ़ोतरी दिखाई दी है| अमरिकी डॉलर एवं वित्त व्यवस्था में सकारात्मक बढ़ोतरी होने के दावे सामने आते समय सोने के दामों में देखा गया यह उछाल ध्यान केंद्रित करनेवाले ठहरे है|

वर्ष २०१९ के शुरुआत से ही सोने के दामों में लगातार बढ़ोतरी होने की बात दिखाई दे रही है| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के साथ शुरू किए व्यापार युद्ध के बाद अमरिकी वित्त व्यवस्था को बहुत बड़ा लाभ मिलता दिखाई दे रहा है| अमरिकी डॉलर के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थान भी सक्षम होने की बात सामने आ रही है| पर उस समय ट्रम्प ने चीन के साथ यूरोप और अन्य देशों पर जारी किए करों का बहुत बड़ा झटका अंतरराष्ट्रीय व्यापार को लगता दिखाई दे रहा है|

ट्रम्प ने शुरू किया व्यापार युद्ध प्रदीर्घ समय शुरु रहा तो जागतिक वित्त व्यवस्था फिर से मंदी में जाएगी, ऐसे चेतावनी वित्त विशेषज्ञों से दी जा रही है| जागतिक बैंक अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के साथ अधिकतम आर्थिक संस्थाओं ने इस बारे में स्पष्ट चेतावनी देनी शुरू की है| जिसकी वजह से दुनिया के अनेक देशों ने तथा निवेशकारों ने अपना ध्यान सोने की तरफ मोड़ कर उसकी मांग में बहुत बड़ी बढ़ोतरी होती दिखाई दे रही है|

रशिया एवं चीन के साथ कजाकिस्तान, पोलैंड, हंगेरी, फिलिपाईन्स तथा भारत इन देशों के केंद्रीय बैंक बड़े तादाद पर सोने की खरीदारी कर रहे हैं| पिछले वर्ष दुनिया के अग्रणी के केंद्रीय बैंकों ने लगभग ६५० टन सोने की खरीदारी की थी| आनेवाले एक-दो वर्षों में यह प्रमाण हजार टन तक पहुंचने की आशंका है, ऐसा दावा वित्तीय विशेषज्ञों से किया जा रहा है|

उसमें ब्रेक्जिट, ईरान का परमाणु करार एवं खाड़ी क्षेत्र में ईंधन टैंकर पर हो रहे हमलों की वजह से जागतिक तनाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है| यह बात सोने के दाम बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो रही है और केवल दो हफ्तों के दौरान सोने के दामों में ५ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है| १० दिनों पहले १३४८ डॉलर्स पर पहुंचे हुए सोने के दामों ने १३५० डॉलर्स का स्तर लांघकर दामों में उछाल गतिमान रूप से बढ़ने के संकेत दिए हैं|

शुक्रवार को हुए व्यवहारों में सोने के दामों में हुए उछाल के पीछे ईंधन के टैंकर्स पर हुए हमले यह तात्कालिक कारण ठहरा है| ऐसी जानकारी विश्‍लेषकों से दी जा रही है| पर वित्त व्यवस्था में अनिश्चितता, यह घटक बड़े परिणाम करनेवाला होकर इसकी वजह से सोने के दामों में आनेवाले वर्ष के आखिर तक बढ़ोतरी का सत्र कायम रहेगा, ऐसा कहा जा रहा है|

२ महीनों पहले आर्थिक स्तर पर बनी अनिश्चितता एवं जागतिक केंद्रीय बैंक से शुरू सोने की खरीदारी की वजह से सोने के दाम इस वर्ष के आखिर तक लगभग १४०० डॉलर्स प्रति औंस तक बढ़ेंगे, ऐसा अंदेशा जताया जा रहा था|

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