इथिओपिअन सेना के हवाई हमले में ६४ ढ़ेर – ३३ लापता और १०० सेअधिक घायल

ethiopia-air-attack-1आदिस अबाबा – इथिओपियन सेना ने उत्तरी ओर के तिगरे प्रांत में किए हवाई हमले में ६४ लोग मारे गए हैं। मृतकों में स्थानीय नागरिकों का समावेश होने का आरोप लगाया जा रहा है। इसके अलावा हमले में घायल हुए लोगों में बच्चे और महिलाओं का समावेश होने के फोटो प्रसिद्ध हुए हैं।

इस वजह से इथिओपियन सरकार मुश्‍किलों में घिर चुकी है और अमरीका ने इस हमले की जाँच करने की माँग की है। तभी तिगरे में सिर्फ विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दावा इथिओपियन सेना कर रही है।

ethiopia-air-attack-3इथिओपियन सरकार और तिगरे के विद्रोहियों का विवाद बीते कुछ हफ्तों से चरम स्तर पर जा पहुँचा है। इथिओपियन प्रधानमंत्री अबि अहमद का आवाहन ठुकरा रहे तिगरे के विद्रोहियों पर सेना ने हवाई हमलें शुरू किए हैं। देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे विद्रोही और उनके ठिकानों को लक्ष्य करने का बयान इथिओपियन सेना के प्रवक्ता कर्नल गेटनेट अड़ाने ने कहा है। यह कार्रवाई तिगरे की जनता के खिलाफ नहीं थी, यह बात रखने की कोशिश कर्नल अड़ाने कर रहे हैं।

लेकिन, इथिओपियन सेना ने मंगलवार के दिन किए हवाई हमलों में वहां के तोगोगा शहर में निवासी इलाकों को लक्ष्य किया गया है, ऐसा इस हमले में घायल हुए दो लोगों ने कहा है। इथिओपियन विमानों के इस हमले में ६४ लोग मारे गए हैं और ३३ लोग अभी तक लापता हैं एवं १०० से अधिक घायल होने की जानकारी अंतरराष्ट्रीय माध्यम दे रहे हैं। बीते कुछ महीनों में इथिओपियन सेना ने तिगरे में किया यह सबसे भीषण हमला साबित हो रहा है।

ethiopia-air-attack-2वर्ष १९८८ में इथिओपिया की कम्युनिस्ट हुकूमत ने तिगरे प्रांत के एक हज़ार से अधिक स्थानीय लोगों की हत्या की थी। मंगलवार के दिन १९८८ में हुए इस हत्याकांड़ की याद में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, इसी बीच इथिओपियन सेना ने हवाई हमले किए। इस वजह से इथिओपियन सेना एवं प्रधानमंत्री अबि अहमद की कड़ी आलोचना हो रही है। अमरीका के विदेश मंत्रालय ने इस हमले की स्वतंत्र जाँच करने की माँग की है।

तीन दशक पहले इथिओपिया की कम्युनिस्ट हुकूमत का तख्तापलट करने में तिगरे प्रांत के विद्रोहियों ने अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद वर्ष १९९१ से २०१८ के दौरान इथिओपिया की सरकार और सेना पर तिगरे प्रांत का काफी वर्चस्व बना रहा। लेकिन, दो वर्ष पहले इथिओपिया की सरकार का गठन अबि अहमद ने करने के बाद तिगरे प्रांत के गुटों के साथ तनाव बढ़ा। कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री अहमद ने तिगरे प्रांत के विद्रोहियों को निर्णायक इशारा दिया था। लेकिन, तिगरे के विद्रोहियों ने यह इशारा ठुकराने के बाद इथिओपियन सेना ने हमले शुरू किए।

इसी बीच, अफ्रीका में आतंकवाद की आग के भड़कने का इशारा अमरीका के वरिष्ठ सेना अधिकारी ने कुछ दिन पहले ही दिया था। साहेल प्रांत से हॉर्न ऑफ अफ्रीका के देश आतंकवाद से झुलस रहे हैं, यह चिंता अमरीका ने व्यक्त की थी। ऐसे में इथिओपिया का भी ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’ में समावेश किया जा रहा है।

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