अफ़गानिस्तान पर तालिबान का कब्ज़ा होने के बाद नशीले पदार्थों के कारोबार में बड़ी बढ़ोतरी – पश्‍चिमी माध्यमों का दावा

नशीले पदार्थों के कारोबारलंदन/बर्लिन/काबुल – तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद इस देश की अर्थव्यवस्था टूट चुकी है और बेरोज़गारी भीषण बढोतरी हुई है| इस देश के अधिकृत उद्योग बंद होने के कगार पर हैं और ऐसे में तालिबान के राज में नशीले पदार्थों का कारोबार जोर पकड़ रहा है| भूखमरी के संकट से जूझ रहे अफ़गानी किसान अब अफीम की खेती करने की ओर मुड़ने की खबरें कुछ समय पहले प्राप्त हुई थीं| अंतरराष्ट्रीय समूदाय ने इस पर उचित ध्यान नहीं दिया तो नशीले पदार्थों का कारोबार अधिक फैलेगा, यह इशारा माध्यम दे रहे हैं|

पिछले वर्ष १४ अगस्त के दिन तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद इस देश में बड़ी धांधली हुई| अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने तुरंत अफ़गानिस्तान से अपने कदम पीछे हटाए| ऐसे में तालिबान के आतंक के कारण अफ़गानिस्तान में कारखाने, उद्योग एवं छोटे-बड़े दूकान बंद हुए और इससे लाखों बेरोजगार होने का दावा ‘डॉईश वेले’ नामक जर्मन समाचार चैनल ने किया है|

नशीले पदार्थों के कारोबारबेरोजगारी की वजह से अफ़गान नागरिकों के सामने नई समस्या भी निर्माण हुई है| अपने परिवार का पेट पालने के लिए कुछ अफ़गान नागरिकों ने अपने अंगों की अवैध बिक्री शुरू की| परिवार के अन्य सदस्यों को भरपेट खाना मिले, इसके लिए कुछ अफ़गान नागरिकों ने अपने बच्चों को बेचने जैसी दिल दहलानेवाली खबरें भी सामने आयीं थी| इस पृष्ठभूमि पर कुछ अफ़गान नागरीकों ने अफीम की खेती शुरू करने का दावा जर्मन समाचार चैनल ने किया|

तालिबान ने नशीले पदार्थों की खेती, व्यापार, तस्करी पर पाबंदी लगाने का ऐलान किया है, फिर भी तालिबान की हुकूमत अफीम की खेती एवं इसके व्यापार पर कार्रवाई नहीं कर पाई है, इस ओर वर्णित समाचार चैनल ने ध्यान आकर्षित किया| ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठनों ने अफ़गानिस्तान से अपना कारोबार समेटने की वजह से नशीले पदार्थों के व्यापार पर हो रही कार्रवाई पूरी तरह से बंद हुई है| इस वजह से अफ़गानिस्तान में नशीले पदार्थों का व्यापार जोर पकड़ रहा है| यह दावा इस समाचार चैनल ने किया है|

नशीले पदार्थों के कारोबारफिलहाल कुल जनसंख्या के १० प्रतिशत से अधिक अफ़गान नागरिक नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे हैं और इनमें से चार से छह प्रतिशत पूरी तरह से इस लत के अधिन हुए हैं| अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने समय पर कार्यवाही करके अफ़गानिस्तान में अफीम की खेती पर रोक नहीं लगाई तो इस देश में नशे के कारोबार का अधिक विस्तार होगा, यह इशारा इन माध्यमों ने दिया|

पिछले हफ्ते भारतीय नौसेना और नशीले पदार्थ विरोधी दल ने कार्यवाही करके ७७२ किलो के नशीले पदार्थ बरामद किए थे| इस पूरे माल की पाकिस्तान के रास्ते अफ़गानिस्तान से ही भारत में तस्करी हो रही थी| इसी बीच सुरक्षा यंत्रणाओं ने इस कार्यवाही को अंजाम दिया था| इसके अलावा पिछले वर्ष सितंबर में भारत के पश्‍चिमी तट के बंदरगाह में तीन टन नशीले पदार्थ बरामद किए गए थे| तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करने के मात्र एक महीने के अंदर यह कार्रवाई हुई थी|

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