पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर में पाक़िस्तान के खिलाफ़ तीव्र प्रदर्शन

नई दिल्ली/मुझफ्फराबाद, दि. २९ (पीटीआय)- जम्मू-कश्मीर में निर्माण हुई अशांति का फ़ायदा उठानेवाले पाक़िस्तान को बड़ा झटका लगा है| पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर में हुए चुनाव के खिलाफ़ प्रदर्शन शुरू हुए हैं| यहाँ के लोग पाक़िस्तान इस भूमि पर किया हुआ कब्ज़ा छोड़ दें, ऐसी माँग यहाँ के लोग कर रहे हैं|

PAKISTAN

सन्देहास्पद कारनामें करके इस चुनाव को जीतनेवाले प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ के खिलाफ़ पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर के लोग ‘गो नवाझ गो’ ऐसे नारे देकर पाक़िस्तान का ध्वज जला रहे हैं|

पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर में चुनाव का ऐलान होने के बाद इस इलाक़े में खूनखराबे का सत्र शुरू हुआ था| इसके बाद चुनाव में भी भारी मात्रा में गैरव्यवहार हुआ| कुछ इलाक़ो में तो सौ प्रतिशत से भी ज़्यादा मतदान दर्ज़ हुआ है| २१ जुलाई के दिन हुए चुनाव में, ‘प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ़ की ‘पाक़िस्तान मुस्लीम लीग-एन’ को ४० में से ३० जगह पर जीत हासिल हुई’ यह ऐलान किया गया|

‘पाक़िस्तान पिपल्स पार्टी’ और ‘मुस्लीम कॉन्फरन्स’ इन पार्टियों ने प्रति तीन जगहों पर जीत हासिल की| लेकिन इस चुनाव में बडी मात्रा में गैरव्यवहार हुआ, ऐसा आरोप स्थानिक लोगों द्वारा किया जा रहा है|  इसके पीछे पाक़िस्तान की खुफिया एजन्सी ‘आयएसआय’ है, ऐसा आरोप स्थानिक लोगो द्वारा किया जा रहा है| चुनाव के दौरान खूनखराबे का सत्र शुरू हो गया था, यह बाते हुए लोग न्याय की माँग कर रहे हैं|

चुनाव के नतीजों के बाद पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर में लोगों के गुस्से का विस्फोट हुआ है| ‘गो नवाझ गो’ इस नारे के साथ साथ ‘आयएसआय’ के खिलाफ़ भी नारे लगा दिये जा रहे हैं| साथ ही, कुछ इलाक़ों में प्रदर्शनकारी और पुलीस के बीच झगडे हुए, ऐसी खबर है| यहाँ के पुलीस दल ने ढाये ज़ुल्म के बाद लोग सड़कों पर आकर पाक़िस्तान की यंत्रणा निषेध जता रहे हैं| कई इलाक़ो में पाक़िस्तान के ध्वज जलाये जा रहे हैं| यहाँ की ख़बर दुनिया तक न पहुँचे, इसलिए पाक़िस्तान पूरी तरह से प्रयास कर रहा है| यहाँ की न्यूज के प्रसारण पर भी पाक़िस्तान ने पाबंदी डाली है| फिर भी, यहाँ शुरू प्रदर्शन के व्हीडिओ प्रकाशित हो रहे हैं| इससे पाक़िस्तान का काला चेहरा फिर से दुनिया के सामने आया है|

पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर की राजधानी मुझफ़्फ़राबाद, मीरपूर, कोटली और चिनारी इलाक़ों में हुए प्रदर्शनों की वजह से पाक़िस्तान का पर्दाफ़ाश हुआ| पाक़िस्तान के बुद्धिवादी, पत्रकार और विशेषज्ज्ञ इसपर तीव्र नाराज़गी जता रहे हैं| पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर को पाक़िस्तानी ‘आझाद कश्मीर’ कहते हैं| इस भूभाग के लोगों को न्याय नकारते हुए पाक़िस्तान भारत से जम्मू-कश्मीर लेने का सपना देख रहा है, यह आलोचना पाक़िस्तान के अख़बार कर रहे हैं| साथ ही, यहाँ के चुनाव में हिंसा और गैरवर्तन सामने आने के बाद अब कश्मीर का मुद्दा दुनिया के सामने पेश करने का अधिकार पाक़िस्तान ने गँवाया है, ऐसी आलोचना विशेषज्ञों द्वारा की जा रही है| साथ ही, ‘जम्मू-कश्मीर पाक़िस्तान का भूभाग बनेगा’ यह दावा करके प्रधानमंत्री शरीफ ने सारे कश्मीरी लोगों का विश्‍वासघात  किया है, ऐसी आलोचना भी पाक़िस्तानी पत्रकार ने की|

प्रदर्शनों में पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीरी जनता के मन्तव्य प्रतिबिंबित होने का भारत के विदेश मंत्रालय का बयान

पाक़िस्तान के कब्जेवाले कश्मीर में आयोजित किये गए चुनाव यानी इस इलाक़े पर पाक़िस्तान द्वारा किया गया अवैध कब्ज़ा छिपाने के लिए की हुई कसरत है, ऐसी आलोचना भारत के विदेश मंत्रालय ने की है| विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने, पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर में शुरू प्रदर्शनों का उदाहरण देकर, ये प्रदर्शन कश्मीरी जनता की असली इच्छा प्रदर्शित करते हैं, ऐसा कहा|

इस प्रदर्शन से, यहाँ की जनता ने पाक़िस्तान को नकारा है यह बात सामने आयी है, ऐसे स्वरूप ने कहा| जम्मू-कश्मीर के प्रदर्शन और हिंसा करनेवाले प्रदर्शनकारियों पर हुई कार्रवाई के बाद, भारत के खिलाफ़ झूठा आक्षेप लेकर पाक़िस्तान ने यह मुद्दा आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने के प्रयास किये| इन प्रयासों को, पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर के प्रदर्शनों ने झटका दिया होने की बात सामने आयी है| कई वजह से पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर के लोगों ने पाक़िस्तान पर नाराज़गी जताई|

‘कश्मीर यह पाक़िस्तान का भाग है’ इसका स्वीकार करनेवाले प्रतिज्ञापत्र पर हस्ताक्षर किये बिना, पाक़िस्तान के कब्जेवाले कश्मीर के चुनावों में उम्मीदवार शामील नहीं हो सकते| साथ ही, अलग भूमिका लेनेवाले उम्मीदवार और कार्यकर्ताओं पर पाक़िस्तानी पुलीस और ‘आयएसआय’ द्वारा अत्याचार किये जाते हैं, यह बात भी इस चुनाव के दौरान सामने आयी है| इतना ही नहीं, बल्कि कुछ उम्मीदवार और कार्यकर्तों को भी अपनी जान गँवानी पड़ी है, यह बात सामने आयी है| उनके परिवार और मित्रजनों ने न्याय की माँग की है|

 

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