दिल्ली पुलिस की कार्रवाई में ढ़ाई हज़ार करोड़ के नशीले पदार्थ जब्त

अफ़गान नागरिक समेत चार की गिरफ्तारी

– ‘नार्को टेररिज़म’ की दिशा में जाँच जारी

नई दिल्ली – दिल्ली पुलिस के विशेष दल ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्ज सिंडिकेट को तबाह किया है। इस दौरान की गई कार्रवाई के दौरान पुलिस ने २,५०० करोड़ रुपयों के नशीले पदार्थ जब्त किए। दिल्ली में नशीले पदार्थ की तस्करी के विरोध में अब तक की गई यह सबसे बड़ी कार्रवाई साबित होने के दावे किए जा रहे हैं। नशीले पदार्थों के व्यापार में जुटे गिरोह का नेटवर्क भारत के भी अलग अलग राज्यों में फैला होने की जानकारी पुलिस ने साझा की है। साथ ही इस मामले की पुलिस ‘नार्को टेररिज़म’ की दिशा में भी जांच कर रही है।

delhi-police-drugs-2दिल्ली पुलिस ने अलग अलग ठिकानों पर छापे मारके २८३ किलो हेरॉईन समेत कुल ३५० किलो नशीले पदार्थ बरामद किए हैं। इन नशीले पदार्थों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में ढ़ाई हज़ार करोड़ रुपये है। दिल्ली पुलिस ने बीते कुछ महीनों से नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहे इस गिरोह पर नज़र रखी थी। इस गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस इस गिरोह की जानकारी जुटा रही थी, ऐसा दिल्ली पुलिस ने कहा है।

यह गिरोह भारत में हेरॉईन और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी करने के लिए अलग अलग रास्तों का इस्तेमाल कर रहा था। अफ़गानिस्तान से ईरान और वहां से समुद्री मार्ग से भारतीय तट पर यह नशीले पदार्थ उतारे जा रहे थे। इसके लिए मुंबई बंदरगाह का इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आयी है। अन्य सामान के नाम से कंटेरनर्स में भरकर भारत में उतारे जा रहे यह नशीले पदार्थ बाद में दिल्ली और मध्य प्रदेश के शिवपुरी में पहुँचाए जा रहे थे। वहां के एक फैक्टरी में इसका प्रोसेसिंग किया जा रहा था, यह जानकारी सामने आयी है।

delhi-police-drugs-1इसके बाद यह नशीले पदार्थ भारत के अलग अलग राज्यों में पहुँचाए जा रहे थे। पंजाब में इसकी बड़ी मात्रा में तस्करी हो रही थी। इन नशीले पदार्थों पर प्रक्रिया करने के लिए आवश्‍यक रसायनों का भंड़ार भी पुलिस ने जब्त किया है। इन नशीले पदार्थों पर प्रक्रिया करने के लिए आवश्‍यक रसायनों की आपूर्ति एक कश्‍मीरी नागरिक कर रहा था, यह जानकरी भी प्राप्त हुई है। इसके अलावा पाकिस्तान से भी पैसे भेजें जाने के सबूत हाथ लगे हैं। इस वजह से अब नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहे इस गिरोह की ओर ‘नार्को टेररिज़म’ के नज़रिये से भी देखा जा रहा है।

भारत में आतंकी हमले करने के लिए कश्‍मीर एवं अन्य राज्यों में स्थित आतंकियों को नशीले पदार्थों के व्यापार से प्राप्त हो रहे पैसे दिए जाते हैं। इसके लिए नशीले पदार्थों की तस्करी की जाती है और इससे प्राप्त होनेवाला पैसा आतंकी एवं अलगाववादी गतिविधियों में इस्तेमाल होता है। जम्मू-कश्‍मीर, पंजाब समेत अन्य ठिकानों पर भी ‘नार्को टेररिज़म’ से जुड़े होने के कुछ मामले पहले भी सामने आए हैं।

पुलिस ने गिरफ्तार किए चार लोगों में से तीन की गिरफ्तारी हरियाणा से और एक की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई है। इनमें से एक अफ़गान नागरिक है। साथ ही पकड़े गए अन्य लोगों में एक पंजाब का और एक कश्‍मीर का निवासी होने की जानकारी पुलिस ने साझा की।

पंद्रह दिन पहले ही ‘नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्युरो’ (एनसीबी) ने दिल्ली में ‘डार्कनेट’ और ‘ऑनलाईन फार्मसी’ के माध्यम से चलाया जा रहा एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट ध्वस्त किया था। ‘एनसीबी’ ने इस कार्रवाई के दौरान २२ लाख ‘सायकोट्रोपिक’ गोलियाँ जब्त की थीं। भारत के अलग अलग राज्यों के साथ ही अमरीका, ब्रिटेन, कनाड़ा, फिलिपाईन्स में भी नशा करने के लिए ‘सायकोट्रोपिक’ गोलियों की आपूर्ति की जा रही थी।

गौरतलब है कि, बीते हफ्ते मुंबई के ‘जेएनपीटी’ बंदरगाह में ‘डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजन्स’ (डीआरआय) और सीमा शुल्क विभाग ने कार्रवाई करके ८७९ करोड़ रुपयों का हेरॉईन जब्त किया था। हेरॉईन का यह भंड़ार भी अफ़गानिस्तान से ईरान के रास्ते यहां पर लाया गया था। ईरान से यहां पर लाए गए एक कंटेनर में फिटकरी एवं टैल्कम पाऊड़र भरी होने की बात दर्शाई गई थी। इसी के ज़रिये नशीले पदार्थ भारत उतारे गए थए। भारत में नशीले पदार्थों की तस्करी की मात्रा काफी बढ़ी है और भारतीय नौसेना एवं तटरक्षक बल ने भारतीय समुद्री क्षेत्र में बीते आठ महीनों में कार्रवाई करके करीबन आठ हज़ार करोड़ रुपयों के नशीले पदार्थ बरामद किए हैं। तस्करी के अलग अलग मामलों के तार भी पाकिस्तान से जुड़ते दिखाई दिए थे। नशीले पदार्थों के साथ ही कुछ मामलों में हथियार भी जब्त किए गए थे।

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