ग्रीस नौका दुर्घटना के मृतकों की संख्या बढ़कर पांचसौ होने का ड़र – हादसे में २९८ पाकिस्तानियों के मारे जाने का दावा

अथेन्स/इस्लामाबाद – पिछले हफ्ते ग्रीस के तटीय क्षेत्र में हुई नौका दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांचसौ तक जा पहुंचने का ड़र जताया जा रहा है। लीबिया से निकली इसल नौका में कम से कम ८०० यात्री संवार थे। इनमें से १०४ लोगों को बचाया गया है और हादसे के बाद लापता हुए यात्रियों के बचने की संभावना खत्म हो रही है, ऐसी चिंता जताई जा रही है। इस नौका में संवार २९८ यात्री लापता हैं और इनकी मौत होने के दावे करके पाकिस्तानी माध्यम इस हादसे का ठिकरा ग्रीस पर फोड़ रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान की सरकार ने अपनाई नीति के कारण पाकिस्तानी अवैध रास्ते विदेश जा रहे हैं, ऐसी तीखीं आलोचना इस देश के माध्यम कर रहे हैं।

१४ जून को लीबिया के तोब्रूक बंदरगाह से ८०० शरणार्थियों को लेकर निकली नौका ग्रीस के पायलोस बंदरगाह पहुंचने से पहले ही डुब गई। मर्यादा से अधिक यात्रियों को भरने की वजह से भार बढ़ने के कारण पलटी हुई, ऐसा दावा किया जा रहा है। शरणार्थियों को अवैध तरिके से इस जहाज पर भरने वाले तस्कर की गिरफ्तारी होने की खबरें प्राप्त हो रही है। ग्रीस की यंत्रणा ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार इस जहाज पर संवार ८१ शरणार्थियों से शव बरामद हुए हैं। लेकिन, उनकी पहचान अभी हुई नहीं है। इनके अलावा १०४ यात्रियों को बचाया गया है और उन्हें अस्पताल में दाखिल किया गया है।

इनमें १२ पाकिस्तानी नागरिक हैं और उन्होंने साझा की हुई जानकारी के अनुसार इस जहाज के ३०० से अधिक यात्री पाकिस्तानी शरणार्थी थे। इसके अलावा २०० इजिप्ट के नागरिक और १५० सीरियाई थे। साथ ही बांगलादेश, श्रीलंका और अफ्रीकी वंशी शरणार्थी भी इस जहाज से यात्रा कर रहे थे। छह दिनों के सर्च अभियान के बाद इस जहाज के बिखरे हुए पूर्जे बरामद हुए है। साथ ही लापता यात्रियों के जीवित होने की संभावना खत्म हुई है, यह जानकारी स्थानीय यंत्रणा ने प्रदान की। इस वजह से मृतकों की संख्या बढ़कर ५०० तक जा पहुंच सकती है, यह ड़र जताया जा रहा है।

इस जहाज दुर्घटना में २९८ पाकिस्तानी नागरिकों के मारे जाने के दावे सामने आते ही पाकिस्तान में तीव्र प्रतिक्रियाएं दर्ज़ हो रही है। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने इस हादसे पर राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। लेकिन, उनकी सरकार की अकार्यक्षमता के कारण ही अपना देश छोड़ने के लिए पाकिस्तानी जनता मज़बूर हुई, ऐसी आलोचना पाकिस्तानी माध्यम कर रहे हैं। इस जहाज के निचले हिस्से में पाकिस्तानी नागरिकों को रखा गयाथा। उन्हें वहां से बाहर आने की अनुमति नहीं थी, यह जानकारी पाकिस्तानी समाचार चैनलों ने प्रदान की। इसके अलावा मानवी तस्करी में जुटे लोगों के कारण इन की मौत हुई, ऐसी आलोचना यह चैनल कर रहे हैं। इसी बीच इस मानवी तस्करी के पीछे पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर संस्था ‘आईएसआई’ का हाथ होने का गंभीर आरोप भी कुछ लोगों ने लगाया है।

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