अरब देशों का इस्राइल के साथ सहकार्य मतलब ‘शान्तिचर्चा’ का अंत – पैलेस्टाइन के नेताओं की आलोचना

Third World Warरामल्ला: इस्राइल और अरब देशों के बीच प्रस्थापित हो रहे सहकार्य की पैलेस्टिनी नेताओं ने जोरदार आलोचना की है। ‘इस्राइल के साथ सहकार्य प्रस्थापित करने की वजह से पैलेस्टाइन और अरब देशों के बीच के राजनीतिक और सामाजिक अनुबंधों को मतलब नहीं रहा है। अरब देशों के मूल्य और उन्होंने प्रस्ताविक की हुई शंतिचर्चा का अंत हुआ है’, ऐसी गंभीर आलोचना पैलेस्टिनी नेताओं ने की है।

पिछले हफ्ते में इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू का ओमान का दौरा और उसके बाद इस्राइल के सांस्कृतिक मंत्री ने ‘युएई’ का दौरा करने के बाद उनपर पैलेस्टिनी नेताओं की तरफ से तीव्र प्रतिक्रिया आई है। पैलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास के नेतृत्व में वेस्ट बैंक के पैलेस्टिनी नेताओं की विशेष बैठक पूरी हुई है। इस बैठक में पैलेस्टिनी नेताओं ने अरब देशों की आलोचना की है।

अरब देशों, इस्राइल, साथ, सहकार्य, मतलब, शान्तिचर्चा, अंत, पैलेस्टाइन, नेताओं, आलोचनाअरब देशों ने इस्राइल के साथ सहकार्य प्रस्थापित करके पैलेस्टाइन के साथ की शांतिचर्चा का अंत किया है। ऐसी आलोचना अब्बास के सलाहकार ‘मोहम्मद सातेह’ ने की है। अरब देशों की तरफ अपेक्षा से देखने वाले पैलेस्तिनियों के लिए यह चिंता की बात है, ऐसा सातेह ने बोला है। इस्राइल -पैलेस्टाइन शान्तिचर्चा के लिए नियुक्त किए पैलेस्टिनी मध्यस्थ ‘साएब एरेकत’ ने अरब देशों को कठोर शब्दों में सुनाया है। अरब देश उन्होंने ने ही प्रस्तावित किए शान्तिचर्चा का आदर करें, ऐसा एरेकात ने कहा है।

पैलेस्टाइन के राष्ट्राध्यक्ष अब्बास ने अरब देशों पकी सीधे आलोचना करने के बजाय इस्राइल पर निशाना साधा है। इसके आगे पैलेस्टाइन का प्रशासन इस्राइल के अस्तित्व को मान्य नहीं करेगा, ऐसी अब्बास ने घोषणा की है। इस्राइली नेता द्विराष्ट्र की संकल्पना को मान्य करके पैलेस्टाइन के अस्तित्व को नहीं स्वीकारते, तब तक इस्राइल के अस्तित्व को भी नकारा जाएगा, ऐसा अब्बास ने बैठक में कहा है। उसीके साथ ही पिछले कुछ वर्षों से इस्राइल के साथ शुरू रक्षा विषयक और आर्थिक सहकार्य से भी पीछे हटते हुए अब्बास ने इसकी घोषणा की है।

राष्ट्राध्यक्ष अब्बास की इस घोषणा की वजह से इस्राइल और पैलेस्टाइन के बीच तनाव बढ़ने का दावा इस्राइली मीडिया कर रही है। इस वजह से वेस्ट बैंक के कट्टर पंथियों की तरफ से इस्राइल की जनता पर होने वाले हमलों में बढ़ोत्तरी हो सकती है। इन हमलों को रोकने के लिए इसके आगे पैलेस्टिनी सुरक्षा यंत्रणा इस्राइल के साथ सहकार्य करने के लिए वचनबद्ध नहीं रहेगी। ऐसा हुआ तो इस्राइल की सुरक्षा की समस्या गंभीर बनेगी, ऐसी चिंता इस्राइल की मीडिया व्यक्त कर रही है।

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