नेत्यान्याहू इनके ओमान भेंट के बाद – इस्राइल के नेता अरब देशों की यात्रा पर

Third World Warजेरूसलम: पिछले हफ्ते में इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने ओमान का दौरा किया था। २२ वर्ष के बाद पहली बार इस्राइल के प्रधानमंत्री ने ओमान को भेंट देने की बात इस निमित्त से सामने आई है। उनके इस भेंट के बाद इस्राइल के नेता एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने खाड़ी देशों के दौरे शुरू किए हैं। इस्राइल खाड़ी देशों के साथ संबंध प्रस्थापित करने के लिए जोरदार प्रयत्न कर रहा है और उसे खाड़ी देशों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। जिसकी वजह से ईरान जैसे देश को राजनीतिक एवं सामरिक स्तर पर अकेला करने के लिए इस्राइल को आसान हो सकता है।

पिछले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने ओमान को भेंट देकर सुल्तान काबूस बिन सईद अल सईद की भेंट की थी। इस भेट का ओमान के विदेश मंत्री युसूफ बिन अलावी ने स्वागत किया था। इस्राइल यह खाड़ी देश होकर अन्य देश भी इस्राइल को खाड़ी देशों की तरह बर्ताव दे, इस बारे में खाड़ी देश अपने कर्तव्य निभाए, ऐसा आवाहन विदेश मंत्री अलावी ने किया था। तथा ईरान के विरोध की वजह से इस्राइल और खाड़ी देश एकत्रित आएंगे, ऐसी अपेक्षा नेत्यान्याहू ने इस दौरे में व्यक्त की थी।

नेत्यान्याहू, ओमान भेंट, बाद, इस्राइल, नेता, अरब देशों, यात्रा, परप्रधानमंत्री नेत्यान्याहू इनके ओमान दौरे को ४ दिन पूर्ण हो रहे हैं कि इस्राइल के क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक मंत्री मिरी रेगेव्ह ने २ दिनों के लिए संयुक्त अरब अमीरात को भेंट दी थी। इस दौरे में रेगेव्ह यूएई में अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती स्पर्धा को उपस्थित रहे थे। इस स्पर्धा में अरब खाड़ी देशों के साथ इस्राइल का संघ भी शामिल हुआ है और इस्राइल के एक खिलाड़ी ने स्वर्ण पदक जीता है। जिसकी वजह से क्रीडा संस्कृति के रिवाज के तौर पर रेगेव्ह के उपस्थिति में इस्राइल का राष्ट्रगीत बजाया गया है। खाड़ी देशों में इस्राइल का राष्ट्रगीत सुनाई देना यह पहला ही समय था।

इससे पहले खाड़ी देशों में इस्राइल का राष्ट्रध्वज फहराना अथवा राष्ट्रगीत बजाने पर अघोषित बंदी थी। जिसकी वजह से यूएई में हुई घटना पर खाड़ी देशों के माध्यमों ने ध्यान दिया है। उसके बाद इस्राइली सांस्कृतिक मंत्री रेगेव्ह ने अबू धाबी स्थित यूएई के ऐतिहासिक मस्जिद को भेंट दी है। जिसके फोटोग्राफ्स इस्राइल तथा खाड़ी देशों के माध्यमों में प्रसिद्ध किए गए हैं और इस्राइल एवं खाड़ी देशों में सहयोग प्रस्थापित होने का संदेश इससे मिलता दिखाई दे रहा है।

इस्राइल के परिवहन मंत्री तथा गुप्तचर विभाग के प्रमुख इस्राइल कात्झ आनेवाले हफ्ते में ओमान के भेंट पर जाने वाले हैं। इस्राइल एवं खाड़ी देशों को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए इस्राइल ने योजना बनाई है और उसपर चर्चा करने के लिए कात्झ ने ओमान के भेंट पर जा रहे है, ऐसा दावा किया जा रहा है। कात्झ इनके योजना के अंतर्गत इस्राइल से रवाना होने वाले रेल मार्ग जॉर्डन सऊदी अरेबिया यूएई और ओमान से जोड़ने वाले होंगे।

दौरान इस्राइल और अरब देशों में छुपा सहयोग होने की खबरें इससे पहले भी अनेक बार प्रसिद्ध हुई थी। अमरिका, ब्रिटेन इन देशों की अंतर्राष्ट्रीय बैठक में इस्राइल और अरब देशों के अधिकारियों में चर्चा होने की बात सामने आई थी। खाड़ी देशों में ईरान का वर्चस्व उभरते समय ईरान को रोकने के लिए खाड़ी देशों को इस्राइल के सहयोग की आवश्यकता लग रही है। तथा ईरान को अकेला करने के लिए इस्राइल खाड़ी देशों के सामने सहयोग का हाथ आगे कर रहा है, ऐसा इस निमित्त से दिखाई दे रहा है। जिसकी वजह से पैलेस्टिन का पक्ष उठाएं हुए इस्राइल को मंजूरी से इनकार करने वाले खाड़ी देशों को अब इस्राइल यह विश्वासु साझेदार लगने लगा है।

इसकी वजह से इस्राइल की खाड़ी देशों के साथ सहयोग आम स्तर पर न होकर उसे बहुत बड़ा सामरिक परिणाम मिलने का दावा विशेषज्ञों से किया जा रहा है। आने वाले समय में इसके प्रभाव दिखाई देंगे ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।

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