सिरिया के ‘सेफ जोन’ को लेकर इस्राइल की अमरीका और रशिया के साथ गोपनीय चर्चा

जेरुसलेम: सिरिया में ‘सेफ जोन’ विकसित करके यहाँ के संघर्ष की तीव्रता कम करने की कोशिश कर रहे अमरीका और रशिया को इस्राइल कड़ा विरोध करने के दावे प्रसिद्ध हो रहे हैं। इस सन्दर्भ में अमरीका, रशिया और इस्त्राइल के प्रतिनिधियों की गुप्त बैठक पूरी होने की जानकारी इस्राइल के दैनिकों से दी जा रही है। साथ ही अमरीका और रशिया केवल सिरिया से ‘आईएस’ इस आतंकवादी संगठन को ख़त्म करने पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। लेकिन सिरिया पर ईरान के बढ़ते वर्चस्व की तरफ यह देश नजर अंदाज़ कर रहे हैं, ऐसा कहकर इस्राइल ने इस बैठक में तीव्र नाराजगी व्यक्त करने का दावा इस्राइल के ही एक दैनिक ने किया है।

गुप्त बैठक

पिछले कुछ हफ़्तों से अमरीका और रशिया में कई विषयों पर गंभीर मतभेद होने की बात सामने आ रही है, ऐसे में सिरिया के सवाल पर दोनों देशों ने एक दूसरे को सहकार्य करने का फैसला लिया है। विशेषतः सिरिया में सर्व सामान्य नागरिकों को बचाने के लिए ‘सेफ जोन’ निर्माण करने का प्रस्ताव अमरीका ने भी मान्य किया था। इसके अनुसार सिरिया के कुछ शहरों में सेफ जोन तैयार किए गए हैं और यहाँ पर हमला नहीं करेंगे, ऐसा सिरियन सेना और सिरियन बागियों के संगठन ने भी मान्य किया था।

इस सेफ जोन को लेकर इस्राइल के प्रतिनिधियों ने अमरीका और रशिया से गुप्त चर्चा करने की जानकारी सामने आई है। ‘हारेत्ज़’ इस इस्राइली दैनिक ने एक वरिष्ठ अधिकारी का हवाला देकर इस बारे में खबर प्रसिद्ध की है। कुछ यूरोपियन शहरों में यह चर्चा हुई और अमान में भी इस बारे में इस्राइल की अमरीका और रशिया के साथ चर्चा होने की बात सदर अधिकारी ने बताई है। इस चर्चा में इस्राइली रक्षा दल के अधिकारीयों के साथ गुप्तचर संगठन मोसाद के अधिकारीयों का भी समावेश था। सदर चर्चा में इस्राइल ने सिरिया के सेफ जोन के बारे में अपनी भूमिका स्पष्ट रूप से रखी। साथ ही इस चर्चा में सहभागी हुए जोर्डन ने भी इस्राइल को समर्थन देने वाली भूमिका अपनाने का दावा ‘हारेत्ज़’ को जानकारी देने वाले इस्त्राइली अधिकारी ने किया है।

रशिया और अमरीका इस्राइल में चल रहे गृहयुद्ध की तीव्रता कम करने के लिए और ‘आईएस’ को खत्म करने के लिए सर्वाधिक महत्व दे रहे हैं। लेकिन इस वजह से सिरिया में ईरान का वर्चस्व बहुत बढेगा और इस वजह से इस्राइल की सुरक्षा को बड़ा खतरा निर्माण होगा, इस बात की तरफ अमरीका और रशिया ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है, यह शिकायत इस दौरान इस्राइल के प्रतिनिधि ने की है। साथ ही सिरिया में तैनात ईरान का लश्करी पथक रिव्होल्युशनरी गार्ड्स और ईरान समर्थक संगठन हिजबुल्ला पीछे हटे, ऐसी माँग इस्राइल ने इस बैठक में सपष्ट रूप से की है। ऐसा नहीं हुआ तो इस पुरे क्षेत्र पर ईरान का प्रभाव बढेगा, ऐसा इशारा भी इस्राइली प्रतिनिधियों ने दिया था।

सिरिया के सेफ जोन के प्रस्ताव पर इस्राइल ने खुले आम नाराजगी जताई थी। तो अमरीका के भूतपूर्व विदेश मंत्री और ज्येष्ठ मुत्सदी हेनरी किसिंइसजर ने भी ‘आईएस’ यह आतंकवादी संगठन ख़त्म करने के बाद तेहरान से लेकर लेबनोन तक के इलाके में वर्चस्ववादी ईरान का साम्राज्य प्रस्थापित हो सकता है, ऐसा इशारा दिया था। इस पृष्ठभूमि पर इस्राइल अमरीका और रशिया में हुई सदर चर्चा की खबर का महत्व बढ़ गया है। इस वजह से खाड़ी इलाके की गतिविधियाँ अलग ही दिशा में आगे जा रहीं हैं, ऐसा दिखाई दे रहा है।

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