इस वर्ष महाराष्ट्र के १३ ठिकानों पर हुई बादल फटने की घटना – रत्नागिरी जिले में सबसे अधिक बारिश दर्ज़

मुंबई – इस वर्ष समय पर शुरू हुई बारिश कुछ समय तक बंद होने के बाद जुलाई के दूसरे हफ्ते में फिर से शुरू हुई है। इसके बाद राज्य के कई ठिकानों पर रिकार्ड बारिश हुई है। बीते हफ्ते से पूरे कोंकण क्षेत्र में भारी वर्षा हुई है।

रत्नागिरीमौसम विभाग ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार इस बार राज्य में हुई बारिश ने कई रिकार्ड दर्ज़ किए हैं। खास तौर पर रत्नागिरी जिले में बारिश ने कई रिकार्ड तोड़ दिए हैं और मेघालय के चेरापुंजी के बाद सबसे ज्यादा बारिश रत्नागिरी में हुई है। साथ ही राज्य के १३ ठिकानों पर बादल फटने की घटनाएँ होने की जानकारी मौसम विभाग ने प्रदान की।

इस वर्ष रत्नागिरी जिले में हुई बारिश ने सभी कीर्तिमान तोड़ दिए हैं। हर साल महाराष्ट्र में सबसे अधिक बारिश महाबलेश्‍वर में होती है। लेकिन, इस वर्ष महाबलेश्‍वर को पीछे छोड़कर देश में सबसे ज्यादा बारिश वाला दूसरा स्थान रत्नागिरी बना है। रत्नागिरी में २१ जुलाई तक १,२०० एमएम से अधिक बारिश हुई है।

इसके अलावा महाराष्ट्र में इस साल १३ ठिकानों पर बादल फटने की घटनाएँ होने की जानकारी मौसम विभाग ने साझा की। एक घंटे में १०० एमएम से अधिक बारिश होने पर इसे जागतिक अनुमान के अनुसार बादल फटने की घटना समझी जाती है। विश्‍व मौसम संगठन ने बताए अनुमानों के अनुसार बादल फटने की घटना कही जा सके ऐसी १३ घटनाएं राज्य में होने की बात मौसम विभाग ने रेखांकित की। ताम्हीणीघाट, चिपलुन, महाबलेश्‍वर में बादल फटने की घटनाएँ दर्ज़ हुई हैं। ताम्हीणी घाट में ४६८ एमएम. महाबलेश्‍वर में ४८० एमएम और चिपलुन में ४०० एमएम बारिश हुई है, ऐसा मौसम विभाग ने कहा।

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