इस्रायली सेना और पैलेस्टिनी प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष

जेरूसलम – जेरूसलम के प्रार्थनास्थान के परिसर में इस्रायली सेना और पैलेस्टिनी प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष हुआ है। ज्यूधर्मियों के टेंपल माऊंट और इस्लामधर्मियों की अल अक्सा मस्जिद होनेवाले इस प्रार्थनास्थान का कुछ हिस्सा ज्यूधर्मी पर्यटकों के लिए खुला करने के बाद यह संघर्ष शुरू हुआ था। इस्रायल ने प्रार्थनास्थान के परिसर में ज्यूधर्मियों को प्रवेश की अनुमति देने पर इसके परीणाम गंभीर होंगे, ऐसा गाज़ा के आतंकी संगठन हमास ने धमकाया था।

Israel-Palestine-protestersपिछले महीने २१ अप्रैल को इस्रायल ने टेंपल माऊंट को ज्यूधर्मियों के लिए बंद किया था। इस्लाम धर्मियों के पावन रमझान के दिनों में उनकी भावनाओं के सम्मान में इस्रायल ने यह निर्णय किया था। गुरूवार ५ मई की सुबह सात बजने के बाद टेंपल माऊंट ज्यूधर्मियों के लिए खुला करने का ऐलान इस्रायल ने किया था। इसके अनुसार बुधवार रात से ही इस क्षेत्र में ज्यूधर्मियों की भीड़ होना शुरू हुआ था। गाज़ापट्टी के आतंकी संगठन हमास ने इस्रायली सरकार के इस निर्णय की कड़ी आलोचना की थी। साथ ही इस्रायल को इस निर्णय की बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, ऐसा भी हमास ने धमकाया था। इस्रायल यह निर्णय करके आग से खेल रहा है, ऐसी चेतावनी हमास ने दी थी।

पिछले साल इन्हीं दिनों में इस इलाके में इस्रायली सुरक्षा यंत्रणा और पैलेस्टिनियों का संघर्ष हुआ था। इसकी गूंज वेस्ट बैंक एवं इस्रायल में मौजूद अरब बस्तियों में भी सुनाई पड़ी थी। हमास के प्रभाव में होनेवाले चरमपंथियों ने इस्रायली सुरक्षा यंत्रणाओं पर हमलें करने की घटनाएँ सामने आयी थीं। इस वजह से वेस्ट बैंक में हमास का प्रभाव बढ़ने की बात स्पष्ट हुई थी। इस्रायल की सुरक्षा यंत्रणाओं ने इसका संज्ञान लिया था।

इसी पृष्ठभूमि पर हमास ने इस बार दी चेतावनी की गंभीरता के मद्देनज़र, इस्रायल ने इस क्षेत्र की सुरक्षा काफी मात्रा में बढ़ाई है। लेकिन, बुधवार रात से ही पैलेस्टिनी प्रदर्शनकारियों ने इस इलाके में किसी को भी प्रवेश ना देने की माँग की। इससे इस्रायली सुरक्षा यंत्रणा के सैनिक और पैलेस्टिनी प्रदर्शनकारियों का संघर्ष शुरू हुआ। इन प्रदर्शनकारियों में हमास के समर्थक और चरमपंथियों का समावेश होने के दावे किए जा रहे हैं।

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