‘सीआईए एजंट’ ने की चीन के लिए जासूसी – अमरिका ने चीन में बनाए ‘नेटवर्क’ की जानकारी उपलब्ध कराई

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/बीजिंग – अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआईए’ में काम कर रहे एजंट ने चीन के लिए जासूसी करने का स्वीकार किया है| इस एजंट ने चीन में कार्यरत ‘सीआईए’ के नेटवर्क की जानकारी चीन सरकार को उपलब्ध कराई थी| इस जानकारी के आधार पर चीन ने ‘सीआईए’ के करीबन २० जासूसों की हत्या की है, यह चौकानेवाली जानकारी कुछ वर्ष पहले सामने आयी थी| इस घटना के बाद सीआईए के साथ अमरिकी सरकार पर कडी आलोचना हुई थी|

पिछले कुछ वर्षों में चीन की हुकूमत ने अमरिका के साथ अधिकांश पश्‍चिमी देशों में अपना प्रभाव बढाने के लिए आक्रामक कोशिश शुरू की है| इसके लिए आर्थिक बल का बडी तादाद में इस्तेमाल किया जा रहा है और इस बल पर संवेदनशील जानकारी एवं तकनीक प्राप्त या चोरी की जा रही है| पिछले वर्ष में अमरिका में ऐसे ही दो मामले उजागर हुए है और इसमें गुप्तचर और सुरक्षा यंत्रणा एवं उनसे जुडे उपक्रमों में काम कर रहे लोगों को जासूसी के लिए बढावा देने की बात स्पष्ट हुई थी|

‘सीआईए’ एजंट ‘जेरी चुन शिंग ली’ का मामला काफी गंभी प्रकरण के तौर पर जाना जाता है| वर्ष १९९४ से २००७ तक अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा में काम करनेवाले जेरी चुन शिंग ली ने हांगकांग में स्थायिक होने का निर्णय किया था| इसी दौरान चीन की यंत्रणा ने उससे संपर्क बनाकर अमरिकी यंत्रणाओं ने चीन में शुरू की कार्रवाईयां एवं नेटवर्क की जानकारी देने के लिए उसपर दबाव लाया| इसके लिए उसे बडी रकम देने की लालच दिखाई गई|

यह लालच दिखाने पर जेरी चुन शिंग ली ने चीन की यंत्रणा को चीन में सीआईए ने बनाए नेटवर्क की जानकारी उपलब्ध कराई थी| इसमें सीआईए की गतिविधियां एवं एजंट की नियुक्ती जैसी जानकारी का भी समावेश था| इस जानकारी का लाभ उठाकर चीन की यंत्रणा ने वर्ष २०१० से २०१२ के दौरान चीन में ‘सीआईए’ ने बनाया नेटवर्क ध्वस्त करने में कामयाबी प्राप्त की थी| इस कार्रवाई में सीआईए के करीबन २० से अधिक जासूसों की हत्या की गई है, यह बात समझी जा रही है|

नजदिकी समय में सीआईए के जासूसों की इतनी बडी संख्या में हत्या होने की यह पहली घटना है और इसे ‘सीआईए’ की सबसे बडी नाकामयाबी में से एक के तौर पर देखा जा रहा है| इस नाकामयाबी के बाद सीआईए जेरी चुन शिंग ली को गिरफ्त में लेने में कामयाब हुई थी| उसके विरोध में मुकदमा शुरू है और बुधवार के दिन हुई सुनवाई में उसने चीन के लिए जासूसी करने का आरोप स्वीकार किया|

‘जेरी’ का यह मामला चलाकर ट्रम्प प्रशासन ने चीन ने अमरिका के विरोध में की गतिविधियों का एक बार फिर से पर्दाफाश किया दिख रहा है| चीन ने अमरिका में अपने हस्तक तैयार किए है और वह अमरिका के हितसंबंध और सुरक्षा को चुनौती दे रहे है, यह आरोप ट्रम्प प्रशासन से लगातार किया जा रहा है| ‘जेरी’ ने दिए कबुलनामा से ट्रम्प प्रशासन से हो रहे आरोपों को बल प्राप्त होता दिख रहा है|

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