पनडुब्बियों का निर्माण करनेवाली रशियन कंपनी पर चीनी हैकर्स का हमला

submarines-russia-china-hackersलंडन – रशियन नौसेना के लिए परमाणु पनडुब्बी का आरेखन तैयार करनेवाली ‘रूबिन डिझाईन ब्युरो’ इस कंपनी पर चीनी हैकर्स ने हमला किया। रशियन कंपनी ने तैयार किया पनडुब्बियों का आरेखन हैक करने की कोशिश इन हैकर्स ने की, ऐसी जानकारी साइबर सुरक्षा से संबंधित अमरीका स्थित गुट ने जारी की। रूबिन डिझाईन ब्युरो यह रशिया की अग्रसर कंपनी होकर, अकूला श्रेणी की पनडुब्बियों का आरेखन इसी कंपनी ने तैयार किया है। इसी बीच, पीपल्स लिबरेशन आर्मी से जुड़े चीनी हैकर्स इस क्षेत्र के देशों की सरकारी और लष्कर की वेबसाइट्स लगातार हैक कर रहे होने का दावा साइबर सुरक्षा से संबंधित माध्यम ने किया था।

‘सायबरिझन नॉक्टर्नस टिम’ इस अमरीका स्थित गुट ने रशियन कंपनी पर हुए हैकर्स के हमले की जानकारी सार्वजनिक की। पिछले हफ्ते में हैक करने रूबिन कंपनी के निदेशक इगोर व्लादिमिरोविच को फिशिंग ई-मेल भेजा था। इस ईमेल के द्वारा हैकिंग की सहायता करने के लिए ‘रॉयलरोड पेलोड’ मालवेयर से भरी ‘आरटीएफ डॉक्युमेंट’ की फाइल अटैच की थी। इन हैकर्स ने भेजे इस डॉक्युमेंट में स्वयंचलित पनडुब्बी के जाली आरेखन थे, ऐसा इस अमरिकी गुट ने कहा है।

submarines-russia-china-hackersइस रॉयलरोड पेलोड के जरिए ‘पोर्टडोअर’ नामक, पहले इस्तेमाल किया हुआ मालवेअर रशियन कंपनी के निदेशक के कॉम्प्युटर में और उसी के साथ संबंधित नेटवर्क में छोड़ा गया होने का दावा सायबरिझन ने किया है। पोर्टडोअर मालवेअर का इस्तेमाल जासूसी, संबंधित कंप्यूटर की पूरी जानकारी निकालना और अधिक से अधिक मालवेयर फैलाना, इसके लिए किया जाता है। इससे पहले रॉयल रोड के जरिए पोर्टडोअर मालवेअर का इस्तेमाल चीनी हैकर्स द्वारा किया गया था, ऐसा आरोप अमरिकी साइबर सुरक्षा गुट ने किया।

चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत से संबंधित टिक, टॉंटो टिम, टीए४२८, गॉब्लिन पांडा, रँकोर और नायकॉन इन हैकर्स के गुटों ने अमरीका में किये हमले के लिए इसी मालवेअर का इस्तेमाल किया था। इस कारण रशियन कंपनी पर हुए इस हैकिंग के पीछे चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी से जुड़े हैकर्स होने की गहरी संभावना सायबरिझन ने जाहिर की। चीनी हैकर्स ने रशियन कंपनी से कितनी और कौन सी जानकारी, दस्तावेज हैक किए, उसका विवरण सार्वजनिक नहीं हुआ है। लेकिन यह मालवेअर काफी समय तक सिस्टम में छुपा रहकर काम कर सकता है, ऐसा दावा अमरिकी साइबर सुरक्षा गुट और इससे संबंधित माध्यम कर रहे हैं।

submarines-russia-china-hackersरूबिन यह रशिया के पनडुब्बी निर्माण क्षेत्र की अहम कंपनी है। रशिया की अकूला श्रेणी की परमाणु पनडुब्बियों का आरेखन रूबीन कंपनी ने तैयार किया है। इन अकूला श्रेणी की पनडुब्बियों का इस्तेमाल भारतीय नौसेना में भी किया जाता है। भारतीय नौसेना के बेड़े में ‘आयएनएस चक्र’ यह ‘अकूला दो’ श्रेणी की पनडुब्बी है। इसके अलावा सन २०२५ तक भारतीय नौसेना में इसी श्रेणी की एक और पनडुब्बी दाखिल होनेवाली है। इस कारण पीपल्स लिबरेशन आर्मी के हैकर्स का रूबीन कंपनी पर हमला, रशिया तथा भारतीय नौसेना के लिए चिंता की बात साबित हो सकता है।

बता दे, चीन के लष्कर से जुड़े हैकर्स के गुट पिछले दो सालों से आग्नेय एशियाई देशों की सरकारी और लष्करी संस्थाओं पर हमले कर रहे होने का आरोप, साइबर सुरक्षा से संबंधित जानकारी जारी करनेवाली वेबसाइट ने किया है। इनमें चीन का नायकॉन यह हैकर्स का गुट अग्रसर है, ऐसा इस वेबसाइट ने कहा है। ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, फिलीपीन्स और वियतनाम इन देशों की सरकारी संस्थाओं को हैक किया गया होने का दावा इस वेबसाइट ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.