‘जी ७’ की बैठक में चीन का खतरा हुआ रेखांकित

G7-china-threat-3लंदन – ब्रिटेन में आयोजित ‘जी ७’ की बैठक में चीन का खतरा रेखांकित हुआ है| यूरोपिय महासंघ ने चीन की गतिविधियॉं रणनीतिक एवं सैद्धांतिक स्तर की चुनौती होने का इशारा दिया है| ब्रिटेन ने चीन की शिकारी आर्थिक नीति का मुद्दा उठाया| तभी, जापान ने साऊथ चायना सी, हॉंगकॉंग और झिंजियांग का ज़िक्र करके चीन से अधिक ज़िम्मेदाराना बर्ताव की उम्मीद होने की फटकार लगाई|

विश्‍व के विकसित देशों के गुट के तौर पर पहचाने जानेवाले ‘जी ७’ की दूसरी बैठक ब्रिटन में हाल ही में संपन्न हुई| इस दौरान चीन और रशिया की गतिविधियों के साथ कोरोना की महामारी और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा हुई| इस बैठक में ‘जी ७’ के नेताओं ने एकजुट होकर रशिया को प्रत्युत्तर देने के इरादे का ऐलान किया| इसके साथ ही वर्णित बैठक में चीन को भी लक्ष्य करने की बात सामने आई है|

G7-china-threat-1‘मौजूदा समय में चीन एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है| रणनीतिक एवं सैद्धांतिक स्तर पर यह चुनौती खड़ी हुई है| चीन की इस चुनौती के खिलाफ सावधानी बरतने की आवश्यकता है और इसके लिए एकजुट होना पड़ेगा’, यह इशारा यूरोपिय महासंघ के विदेश प्रमुख जोसेप बॉरेल ने दिया| इसी दौरान बॉरेल ने साऊथ चायना सी क्षेत्र के ‘फ्रीडम ऑफ नेविगेशन’ का ज़िक्र किया| यूरोप की अर्थव्यवस्था के लिए साऊथ चायना सी की यातायात मुक्त माहौल में होना अहमियत रखता है, इस ओर भी उन्होंने ध्यान आकर्षित किया|

बॉरेल के साथ जापान के विदेशमंत्री हयाशी योशिमासा ने भी साऊथ चायना सी में चीन की गतिविधियों का ज़िक्र किया| साऊथ चायना सी एवं ईस्ट चायना सी क्षेत्रों में चीन जिम्मेदार देश की तरह बरताव करे, ऐसा योशिमासा ने कहा है| इस क्षेत्र में चीन की एकतरफा गतिविधियों को जापान का विरोध होने का इशारा भी उन्होंने दिया| साथ ही हॉंगकॉंग और झिंजियांग में हो रही गतिविधियों  पर जापान को तीव्र चिंता हो रही है, यह इशारा भी उन्होंने दिया|

G7-china-threat-2‘जी ७’ का आयोजन करने वाले ब्रिटेन ने चीन की आर्थिक नीति को लक्ष्य किया| ‘जी ७’ गुट के सदस्य देशों ने चीन की शिकारी आर्थिक नीति को लेकर नाराज़गी जताई है| चीन की इस नीति पर प्रत्युत्तर देने के लिए समविचारी लोकतांत्रिक देशों में निवेश और व्यापार बढ़ाने के उपक्रम शुरू करने होंगे’, ऐसा ब्रिटेन की विदेशमंत्री लिज़ ट्रुस ने कहा| अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने भी ब्रिटीश विदेशमंत्री के बयान का समर्थन किया है|

इससे पहले जून में आयोजित ‘जी ७’ गुट की बैठक पर भी चीन ने जोरदार आलोचना की थी| जून की बैठक में चीन के ‘बेल्ट ऐण्ड रोड इनिशिएटिव’ को विकल्प देनेवाले ‘बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड’ (बी ३ डब्ल्यू) का ऐलान किया गया था| नई बैठक के दौरान किसी भी तरह का बड़ा ऐलान नहीं हुआ है| लेकिन, चीन विरोधी अंतरराष्ट्रीय गुट अधिक मज़बूत होने के संकेत इस गुट के सदस्य देशों के नेताओं के बयान से प्राप्त हो रहे हैं|

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