‘तेहरिक-ए-तालिबान’ के साथ तालिबान का ताल्लुक नहीं – तालिबान के प्रवक्ता ने झटके हाथ

काबुल- ‘तेहरिक-ए-तालिबान यह अफगानिस्तान के तालिबान का गुट नहीं है। हमारे लक्ष्य अलग-अलग हैं’, ऐसा तालिबान के प्रवक्ता झबिहुल्ला मुजाहिद ने कहा। पाकिस्तान के सरकार के साथ किये संघर्षविराम से मुंह फेरनेवाले ‘तेहरिक’ के कारनामों के लिए हमें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, ऐसा संदेश इसके द्वारा तालिबान ने पाकिस्तान को दिया है। उसी समय, तालिबान चाहता है वैसी हुकूमत पाकिस्तान में अस्तित्व में नहीं है, ऐसी फटकार मुजाहिद ने लगाई है। अलग शब्दों में, तेहरिक माँग कर रहे राजनीतिक व्यवस्था को अपना समर्थन होने के संकेत तालिबान का प्रवक्ता देता हुआ दिखाई दे रहा है।

‘तेहरिक-ए-तालिबान’ के साथ तालिबान का ताल्लुक नहीं - तालिबान के प्रवक्ता ने झटके हाथदो दिन पहले तेहरिक-ए-तालिबान इस आतंकवादी संगठन का सरगना नूर वली मेहसूद ने, पाकिस्तान के साथ हुए संघर्षविराम से किनारा करने का ऐलान किया। साथ ही, अपने सहकर्मियों को पाकिस्तान में हमले करने के आदेश तेहरिक के प्रमुख ने दिए थे। वहीं, पाकिस्तान की हुकूमत के खिलाफ संघर्ष करनेवाला तेहरिक, यह अफगानिस्तान में सत्ता में होनेवाले तालिबान के कई गुटों में से एक होने का ऐलान मेहसूद ने किया था।

तेहरिक के प्रमुख ने की इस घोषणा के कुछ ही घंटों में, तालिबान इस आतंकवादी संगठन के प्रवक्ता झबिउल्ला मुजाहिद ने सऊदी अरब की न्यूज़ एजेंसी को इंटरव्यू दिया। तेहरिक यह तालिबान का गुट ना होकर, दोनों गुटों के लक्ष्य भिन्न होने की बात मुजाहिद ने स्पष्ट की। ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ के साथ तालिबान का ताल्लुक नहीं - तालिबान के प्रवक्ता ने झटके हाथइसके बाद तालिबान के प्रवक्ता ने तेहरिक को नसीहत दी होकर, पाकिस्तान की सरकार को भी चेतावनी दी है। साथ ही, तेहरिक की माँग के अनुसार पाकिस्तान में जैसी वे चाहते हैं वैसी हुकूमत और कानून अस्तित्व में नहीं है, इस पर मुजाहिद ने इस इंटरव्यू में गौर फरमाया।

पाकिस्तान की सरकार को अगर अपने देश की और इस क्षेत्र के हित की परवाह है, तो वे तेहरिक की माँगों पर विचार करें, ऐसा मुजाहिद ने कहा है। ‘तेहरिक और पाकिस्तान को चाहिए कि वे अपने विवाद चर्चा से हल करें। उसमें तालिबान दखल नहीं देगा’, ऐसा मुजाहिद ने आगे कहा। इससे, अक्तूबर महीने में तालिबान की हुकूमत का विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने तेहरिक और पाकिस्तान के बीच करवाया संघर्षविराम इसके आगे मुमकिन ना होने के स्पष्ट संकेत मुजाहिद ने दिए हैं।

तालिबान के प्रवक्ता का यह इंटरव्यू तेहरिक की धमकी से भी अधिक पाकिस्तान की चिंता बढ़ानेवाला है, ऐसा पाकिस्तान के पत्रकारों का कहना है। तालिबान ने हालाँकि तेहरिक यह तालिबान का गुट नहीं है ऐसा घोषित किया है, फिर भी तेहरिक की माँगों का अप्रत्यक्ष रूप में समर्थन किया है। ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ के साथ तालिबान का ताल्लुक नहीं - तालिबान के प्रवक्ता ने झटके हाथतालिबान को पिछले दो दशक पाकिस्तान ने आश्रय दिया, अफगानिस्तान की सत्ता में आने के लिए सहायता की, वही आज पाकिस्तान की व्यवस्था में दोष दिखाकर तेहरिक की माँगे मान्य करने की नसीहत दे रहा है, ऐसा खेद पाकिस्तान के पत्रकार ज़ाहिर कर रहे हैं।

तेहरिक का प्रमुख मेहसूद की घोषणा के बाद तहरीक के आतंकियों ने, पिछले चौबीस घंटों में पाकिस्तान में दो हमले किए हैं। पाकिस्तान के टँक ज़िले में पल्स पोलियो की मुहिम को सुरक्षा प्रदान करनेवाले जवानों पर तेहरिक के आतंकियों ने हमला किया। उसी के साथ, अन्य एक स्थान पर तेहरिक ने किए हमले में, पाकिस्तानी पुलिस बल के छह जवान मारे जाने का दावा किया जाता है। इस कारण, तेहरिक के हमले जारी होते समय, तालिबान के प्रवक्ता ने तहरीक से ताल्लुक ना होने की बात बता कर अपने हाथ धोए हैं। यह पाकिस्तान को लगा बहुत बड़ा झटका साबित होता है।

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