‘सेन्सॉरशिप’ थोप रहें चीन के खतरनाक ‘स्मार्टफोन’ फेंक दे – लिथुआनिया की सरकार का जनता को आवाहन

विल्निअस/बीजिंग – चीन की प्रगत ‘५ जी’ तकनीक के ‘स्मार्टफोन्स’ में ‘सेन्सरशिप’ थोपनेवाली प्रणाली मौजूद है और ऐसे फोन्स लिथुआनिया की जनता फेंक दें, ऐसी अपील सरकार ने की है। लिथुआनिया के रक्षा विभाग ने इससे संबंधित सिफारीश की है और नए चीनी स्मार्टफोन्स ना खरीदने की सलाह भी दी है। लिथुआनिया के इस नए रवैये की वजह से चीनी हुकूमत की और भी बौखलाहट हुई है और अपने सरकारी मुखपत्र के ज़रिये चीन ने लिथुआनिया को राजनीतिक ताल्लुकात तोड़ने की धमकी दी है।

censorship-china-smartphones-2जुलाई में ताइवान ने पूर्व यूरोप के लिथुआनिया में अपना स्वतंत्र राजनीतिक दफ्तार शुरू करने का ऐलान किया था। विशेष बात यह थी कि, यह दफ्तर ‘द ताइवानीज्‌ रिप्रेज़ेंटेटिव ऑफिस’ के नाम से शुरू किया जा रहा है। ताइवान के इस प्रस्ताव को लिथुआनिया ने भी अधिकृत स्तर पर मंजूरी प्रदान की है और ताइवान में भी अपना राजनीतिक दफ्तर शुरू करने के संकेत दिए हैं। ताइवान को लेकर यह निर्णय करने से पहले लिथुआनिया चीन के ‘१७ प्लस १’ नामक यूरोपिय गुट से भी बाहर निकला था।

यूरोपिय महासंघ के छोटे देशों में से एक लिथुआनिया द्वारा अपनाई गई यह आक्रामक नीति चीन की हुकूमत को बेचैन करनेवाली साबित हुई है। इस पर गंभीरता से संज्ञान लेकर चीन ने लिथुआनिया से अपने राजदूत को वापस बुलाया। साथ ही चीन में नियुक्त लिथुआनिया के राजदूत को भी वापस भेज दिया है। इसके बाद लिथुआनिया जानेवाली ‘कार्गो ट्रेन सर्विस’ भी बंद करने के साथ निर्यात में भी कटौती की है। लेकिन, चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत के इस दमनतंत्र के सामने झुके बगैर लिथुआनिया ने हम चीन विरोधी भूमिका पर कायम होने की बात नए निर्णय से दिखाई है।

censorship-china-smartphones-1लिथुआनिया के रक्षा विभाग ने नई सिफारिशें जारी की हैं। इसमें चीन के शाओमी के साथ हुवेई और वन प्लस जैसी कंपनियों के स्मार्टफोन्स में दोष पाए जाने की बात दर्ज़ की गई है। शाओमी के ‘एमआय १० टी ५ जी’ नामक स्मार्टफोन में ‘सेन्सरशिप’ थोपनेवाला ‘बिल्ट-इन सॉफ्टवेअर’ मौजूद होने की जानकारी ‘नैशनल सायबर सिक्युरिटी सेंटर’ की रपट में साझा की गई है। यह सॉफ्टवेअर ‘फ्री तिब्बत’, ‘लाँग लिव ताइवान इंडिपेन्डन्स’, ‘डेमोक्रसी मूवमेंट’ जैसे शब्द सेन्सर कर रहे हैं, यह बात अब स्पष्ट हुई है। साथ ही यह भी सामने आया है कि, शाओमी के ‘स्मार्टफोन’ से ‘फोन डाटा’ सिंगापुर स्थित सर्वर में भेजा जा रहा है।

शाओमी के अलावा हुवेई कंपनी के स्मार्टफोन में ‘सिक्युरिटी फ्लॉज्‌’ यानी सुरक्षा के लिए कुछ खतरे पाए गए हैं। इस वजह से लिथुआनिया की जनता शाओमी, हुवेई, वन प्लस जैसी चीनी कंपनियों के स्मार्टफोन्स फेंक दे। नए फोन खरीदते समय भी चीनी कंपनियों के फोन्स ना खरीदें, ऐसी सिफारिश भी लिथुआनिया के रक्षा विभाग ने की है। चीनी स्मार्टफोन्स पर इस तरह से आपत्ति जता रहा लिथुआनिया यूरोप का दूसरा देश है। इससे पहले बेल्जियम की गुप्तचर यंत्रणाओं ने भी चीनी स्मार्टफोन्स के इस्तेमाल करने को लेकर अपने देश के नागरिकों को सावधानी बरतने का इशारा दिया था।

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