क्यूबा में चीन का ‘स्पाइ बेस’ वर्ष २०१९ से शुरू है – व्हाईट हाऊस के अधिकारी की कबुली

वॉशिंग्टन/बीजिंग/हवाना – क्यूबा में चीन का ‘स्पाइ बेस’ वर्ष २०१९ से शुरू होने की कबुली व्हाईट हाउस के अधिकारी ने दी है। कुछ दिन पहले अमरीका के शीर्ष अखबार ने यह वृत्त प्रसिद्ध किया था कि, क्यूबा ने चीन के जासूसी अड्डे के लिए अपनी भूमि का इस्तेमाल करने की अनुमति प्रदान की है। इसपर चीन और क्यूबा ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी। अमरीका के कुछ अधिकारियों ने इस मुद्दे पर उल्टे-पुल्टे दावे करने से बायडेन प्रशासन की भूमिका को लेकर आशंका बनी थी। लेकिन, व्हाईट हाऊस के अधिकारी ने कबुल करने से चीन की क्यूबा में शुरू गतिविधियों की पुष्टि हुई है।

अटलांटिक महासागर में अमरिकी नौसेना की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए चीन क्यूबा में जासूसी का अड्डा स्थापित कर रहा है। क्यूबा की कम्युनिस्ट हुकूमत ने चीन को अनुमति प्रदान की है और इसके लिए ज़रूरी समझौता भी किया है, ऐसा दावा अमरिकी ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ नामक शीर्ष अखबार ने किया था। अमरीका के फ्लोरिडा राज्य से १६० किलोमीटर दूरी पर चीन जासूसी के लिए ‘इलेक्ट्रॉनिक फैसिलिटी’ स्थापित कर रहा हैं। इसके लिए क्यूबा को अरबों डॉलर्स की सहायता भी मुहैया की जाएगी, ऐसा ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने इस वृत्त में कहा था।

इसके बाद अमरीका के राजनीतिक एवं प्रशासकीय दायरे में उल्टी-पुल्टी प्रतिक्रिया दर्ज़ होना शुरू हुआ था। अमरिकी सांसदों ने इस मामले की पूरी जानकारी संसद को प्राप्त होनी चाहिये, ऐसी आक्रामक मांग की थी। ऐसे में बायडेन प्रशासन के कुछ अधिकारियों ने चीन की क्यूबा में शुरू गतिविधियों की नई जानकारी उपलब्ध ना होने का बयान किया था।

दूसरी ओर चीन के विदेश विभाग ने क्यूबा स्थित जासूसी के अड्डे का वृत्त स्पष्ट शब्दों में ठुकराया था। अमरिकी अखबार के दावे गैरज़िम्मेदाराना एवं सच्चाई का अभाव होने वाले है, ऐसी आलोचना चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने की थी। वहीं, क्यूबा के उप-विदेश मंत्री कार्लोस फर्नांडेझ दी कॉसिओ ने चीन को जासूसी अड्डे के लिए किसी भी तरह की अनुमति प्रदान नहीं की है, यह कहकर क्यूबा पर लगाए आरोपों को ठुकराया है। इसके बाद व्हाईट हाऊस के अधिकारी ने चीन के जासूसी अड्डे को लेकर बयान करना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

व्हाईट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपना ना घोषित ना करने की शर्त पर क्यूबा स्थित चीनी जासूसी अड्डे की जानकारी प्रदान की। क्यूबा से चीन ने जासूसी करने का काम वर्ष २०१९ से शुरू किया है। २०१९ में चीन ने क्यूबा में अपने जासूसी के अड्डे का आधुनीकीकरण किया था। अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा के रेकॉर्डस्‌ में इसकी पुरी जानकारी दर्ज़ है, यह व्हाईट हाउस के अधिकारी ने स्पष्ट किया।

चीन ने लैटिन अमरिकी देशों में धीरे धीरे अपना प्रभाव बढ़ाया है, यह जानकारी पिछले महीने ही सामने आयी थी। इसमें अर्जेंटिना में चीन ने अंतरिक्ष केंद्र स्थापित किया है और इसका इस्तेमाल अमरीका की क्षमताओं को लक्ष्य करने के लिए हो सकता है, ऐसी चेतावनी रक्षा विभाग ने दी थी।

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