साउथ चाइना सी क्षेत्र में चीन के दावेदारी को चुनौती देकर जापान एवं व्हिएतनाम का ईंधन सहयोग करार

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हनोई – व्हिएतनाम के सरकारी ईंधन कंपनी ने जापान के दो कंपनियों के साथ ईंधन निर्यात का करार किया है। चीन हक बता रहे साउथ चाइना सी क्षेत्र में ‘नाइन डैश लाइन’ के पास सागरी क्षेत्र में ईंधन प्रदान करने की बात व्हिएतनाम ने मंजूर की है। इसकी वजह से व्हिएतनाम और जापान में हुए इस करार पर इस क्षेत्र में अपने अधिकार दिखाने का दावा करने वाले चीन से प्रतिक्रिया अपेक्षित है।

पेट्रो व्हिएतनाम इस कंपनी ने जापान के इदेमित्सू कोसान और तेईकोकू ऑइल इन दो कंपनियों के साथ यह करार किया है। इस करार के अनुसार व्हिएतनाम के सागर किनारे से ३०० किलोमीटर अंतर पर होने वाले सागरी क्षेत्र में इंधन गैस भंडार का उत्खनन करके वह जापान को प्रदान किया जाएगा। आने वाले कुछ महीनों में इस क्षेत्र के ईंधन का उत्खनन शुरू होगा, ऐसा दावा किया जा रहा है।

ईंधन निर्यात

जापान की कंपनियों के साथ हुए इस करार की वजह से व्हिएतनाम के ऊर्जा क्षेत्र को बहुत बड़ा लाभ होगा, ऐसी घोषणा पेट्रो व्हिएतनाम इस कंपनी ने की है। पिछले कई महीनों से साउथ चाइना सी में व्हिएतनाम से शुरू होने वाले ईंधन उत्खनन का विरोध करके चीन ने व्हिएतनामी जहाजों पर कार्रवाई की थी। इसकी वजह से व्हिएतनाम के ईंधन क्षेत्र तथा वित्त व्यवस्था पर परिणाम हुआ था। पर जापान के साथ हुए नए करार की वजह से साउथ चाइना सी में व्हिएतनाम की ईंधन क्षेत्र फिर से कार्यरत होंगे ऐसा दावा पेट्रो व्हिएतनाम ने किया है।

जापान की कंपनियों के लिए निश्चित किए ईंधन क्षेत्र चीन हक़ बता रहे साउथ चाइना सी क्षेत्र में ‘नाइन डैश लाइन’ की सीमा में नहीं आता। चीन के ‘नाइन डैश लाइन’ से दूर होने वाले क्षेत्र में व्हिएतनाम ईंधन का उत्खनन नहीं करा कर रहा है। पर पिछले कई वर्षों में चीन ने ‘नाइन डैश लाइन’ की मर्यादा बढ़ाकर आग्नेय आशिया ही देशों के सागरी हद पर दावा किया है। इसके वजह से व्हिएतनाम और जापान के इस करार पर भी चीन से आक्षेप किया जा सकता है।

इससे पहले भी व्हिएतनाम ने भारत, रशिया, स्पेन इन देशों के साथ भी अपने साउथ चाइना सी में ईंधन क्षेत्र के विकास के बारे में करार किया था। पर चीन के दबाव की वजह से व्हिएतनाम को स्पेन और रशिया के साथ हो रहे यह प्रकल्प आधे पर बंद करने पड़े थे। इसका बहुत बड़ा झटका व्हिएतनाम की वित्त व्यवस्था को लगा था।

इससे व्यतिरिक्त ईंधन संपन्न सागरी क्षेत्र में उत्खनन करने वाले व्हिएतनाम के जहाजों को चीन के तटरक्षक तथा नौदल ने धमकाने की घटनाएं भी सामने आई है। चीन के नौदल ने व्हिएतनाम के मछुआरों के नौका को जल समाधि देने की खबरें भी प्रसिद्ध हुई थी। इसकी वजह से व्हिएतनाम को साउथ चाइना सी में ईंधन क्षेत्र में उत्खनन बंद करना पड़ा था।

जापान के साथ ईंधन करार की कक्षा में आनेवाले यह क्षेत्र विवादग्रस्त नहीं है, ऐसी व्हिएतनाम की भूमिका है। फिर भी चीन वह मंजूर करने की आशंका नहीं है। इसीलिए आने वाले समय में चीन इसके विरोध में आक्रामक भूमिका का स्वीकार करने की आशंका बढ़ रही है।

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