साऊथ चायना सी में चीन की आक्रामकता अमरिका बर्दाश्त नही करेगा – अमरिकी सुरक्षा सलाहकार की चीन को चेतावनी

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सिंगापूर – साऊथ चायना सी पर कब्जा करने के लिये चीन से शुरू एक तरफा लष्करी गतिविधियां अमरिका बर्दाश्त नही करेगा| चीन के इस लष्करी आक्रामकता को अमरिका विरोध करेगा| सागरी यातायात की स्वतंत्रता को चुनौती देने की कोशिश करने वालों को अमरिका के विरोध का सामना करना होगा, ऐसी कडी चेतावनी अमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन इन्होंने दिया है| आग्नेय एशियाई देशों पर राजनीतिक दबाव बनाकर इस सागरी क्षेत्र पर कब्जा करने के लिये चीन की कोशिश शुरू है| इन गतिविधियों के विरोध में अमरिका चीन को समझ दे रहा है|

सिंगापूर में आग्नेय एशियाई देशों की ‘ईस्ट एशिया समिट’ शुरू हुई है| इस बैठक में निरिक्षक देश के तौर पर अमरिका, चीन, भारत और जापान इन देशों को निमंत्रित किया गया है| इस बैठक के कारण से चीन ने साऊथ चायना सी के विषय में ‘कोड ऑफ कंडक्ट’ यानी नियमावली तैयार की है| इस सागरी क्षेत्र के लिये तय यातायात के नियमों का इस में समावेश है, यह दावा चीन कर रहा है| साथ ही ‘कोड ऑफ कंडक्ट’ आग्नेय एशियाई देशों की सुरक्षा के लिये है, ऐसा भी चीन का कहना है|

लेकिन यह नियम ‘साऊथ चायना सी’ पर चीन की दावेदारी मजबूत करती है, ऐसी आलोचना हो रही है| इन नियमों से साऊथ चायना सी के फिलिपिन्स, व्हिएतनाम, तैवान, मलेशिया, ब्रुनेई और इंडोनेशिया इन देशों का अधिकार नकार कर इस क्षेत्र पर खुदका अधिकार जमाने की कोशिश कर सकता है| इस पृष्ठभुमि पर सिंगापूर में शुरू बैठक के लिये पहुंचे अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोल्टन ने चीन को कडे शब्दों में सुनाया है|

साऊथ चायना सी से संबंधित नियमों की सहायता से चीन आग्नेय एशियाई देशोंपर लाद रहा समझौता अंतरराष्ट्रीय सागरी यातायात की स्वतंत्रता की अवहेलना कर रहा है और अमरिका ऐसे समझौते के विरोध में है| इस के साथ चीन के इन नियमों को ठुकराकर अमरिका साऊथ चायना सी में अपनी सागरी गश्त और व्यापारी यातायात शुरू रखेगा, यह ऐलान भी बोल्टन ने इस बैठक के पहले किया|

चीन ने बनाये यह नियम आग्नेय एशियाई देशों ने किसी भी दबाव ते बिना मंजुर करना आवश्यक है| यह नियम साऊथ चायना सी में यातायात कर रहे अमरिका और अन्य देशों के अधिकारों का सम्मान करे| अमरिका और अन्य देशों के सागरी अधिकारों के संदर्ंभ में किसी भी तरह का समझौता मान्य नही होगा, ऐसे कडे शब्दों में बोल्टन इन्होंने साऊथ चायना सी संदर्भ में अमरिका की भुमिका स्पष्ट की|

इस के पहले भी बोल्टन इन्होंने साऊथ चायना सी के विषय में कडी भुमिका अपनाकर चीन की आलोचना की थी| चीन अवैध तरीके से इस क्षेत्र में कृत्रिम द्वीप का निर्माण करके साऊथ चायना सी का सैन्यीकरण कर रहा है, ऐसी आलोचना बोल्टन ने की थी| साथ ही साऊथ चायना सी में अमरिकी नौसेना की गश्त दस गुना बढाने की चेतावनी भी अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोल्टन ने दी थी|

इस दौरान, कुछ ही घंटो पहले पसिफिक क्षेत्र किसी एक देश की एकाधिकार क्षेत्र नही हो सकता, यह दावा चीन के उप विदेशमंत्री ने किया था| साथ ही कुछ देश शीतयुद्ध की विचारधारा छोडे, यह विचारधारा अब पुरानी हो चुकी है, ऐसा झपेटा चीन के उप विदेशमंत्री ने लगाया था| इंडो-पसिफिक क्षेत्र में भारत, अमरिका, जापान और?ऑस्ट्रेलिया का बढता लष्करी सहयोग के कारण बेचैन हुए चीन से यह प्रतिक्रिया मिली थी|

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