सीमाविवाद को ज़िन्दा रखना चाहता है चीन – सेनाप्रमुख जनरल मनोज पांडे

नई दिल्ली – चीन को भारत के साथ बना सीमाविवाद सुलझाने में कोई दिलचस्पी नहीं है। उल्टा यह देश सीमाविवाद को ज़िन्दा रखना चाहता है, ऐसा नये सेनाप्रमुख जनरल मनोज पांडे ने डटकर कहा है। वहीं, एलएसी पर सन 2020 के अप्रैल महीने के पहले की स्थिति क़ायम रहें, ऐसी भारत की माँग है, इसकी याद लष्करप्रमुख ने करा दी। इसके लिए भारतीय सेना ने रणनीतिक दृष्टि से अहम स्थानों पर तैनाती की है, ऐसा बताकर जनरल पांडे ने यह सन्देश दिया कि चीन को दग़ाबाज़ी करने का मौक़ा नहीं दिया जायेगा।

लद्दाख की एलएसी पर निर्माण हुए तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन की सेनाओं के बीच चर्चा के 15 सत्र संपन्न हुए। लेकिन एक मर्यादा से आगे इस चर्चा को क़ामयाबी नहीं मिली है। ऐसे हालातों में सेनाप्रमुख जनरल पांडे ने यह जताया कि चीन को भारत के साथ बने सीमाविवाद को सुलझाने में दिलचस्पी नहीं है, बल्कि चीन सीमाविवाद को ज़िन्दा रखना चाहता है। पत्रकारों से संवाद करते समय सेनाप्रमुख ने चीन के हेतुओं पर खुलेआम शक़ ज़ाहिर किया। ऐसी स्थिति में सारे देश ने सीमाविवाद के मामले में एकजुट दिखाने की ज़रूरत है। वहीं, लष्करी स्तर पर, चीन को एलएसी पर यथास्थिति बदलने का मौका ना मिलें, इसके एहतियात बरतना अनिवार्य साबित होता है, ऐसा जनरल पांडे ने आगे कहा।

एलएसी शांति और अमन क़ायम रखना ही होगा। लेकिन यह एकतरफ़ा मामला हो नहीं सकता, ऐसा सेनाप्रमुख ने पत्रकारों को बताया। भारतीय लष्कर ने एलएसी पर अहम स्थानों पर तैनाती की है। ‘किसी भी उद्भवित परिस्थिति का दृढ़निश्‍चय के साथ सामना करें और यथास्थिति बदलने की साज़िश को ध्वस्त कर दें, ऐसे आदेश सैनिकों को दिये गये हैं’, ऐसी जानकारी सेनाप्रमुख ने इस समय दी। इसी बीच, लद्दाख की एलएसी के विवाद पर ग़ौर ना करते हुए भारत चीन के साथ सहयोग करता रहें, ऐसी माँग चीन लगातार कर रहा है। लेकिन एलएसी से चीन की सेना ने भारत की माँग के अनुसार पूरी तरह वापसी किये बग़ैर सहयोग संभव नहीं है, इसका एहसास भारत की सरकार करा दे रही है।

इतना ही नहीं, बल्कि चीन ने अगर अपनी अड़ियल भूमिका क़ायम रखी, तो फिलहाल जारी आर्थिक तथा अन्य स्तरों पर बना सहयोग भी बन्द हो जायेगा, इस बात पर भारत चीन का ग़ौर फ़रमा रहा है। सीमाविवाद को धधकता रखकर अगर सहयोग की खोख़लीं बातें चीन करने लगें, तो भारत उसपर विश्‍वास नहीं रख सकता, ऐसा संदेश चीन को मिला है। इसके बावजूद भी चीन ने अभी भी भारत पर लष्करी दबाव बनाने की नीति त्याग नहीं दी है। उसके लिए सीमाविवाद को कायम रखना यह चीन की भारतविषयक नीति का भाग है। सेनाप्रमुख जनरल मनोज पांडे ने देश को चीन की इस कुटिलता का एहसास करा दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.