लद्दाख के ‘एलएसी’ के करीब चीन की उकसानेवाली हरकत

लद्दाख – जून के आखरी हफ्ते में चीन के लड़ाकू विमानों ने लद्दाख की हवाई सीमा के करीब उड़ान भरने की खबरें प्रसिद्ध हुई हैं। सुबह तकरीबन ४ बजे चीन के लड़ाकू विमानों ने ऐसी उकसानेवाली हरकत की। लेकिन, चौकन्ना भारतीय वायुसेना ने इसके विरोध में तूरंत गतिविधियाँ शुरू कीं। भारतीय वायुसेना की तैयारी परखने के लिए एवं लद्दाख के एलएसी पर दबाव बढ़ाने के लिए चीन यह हरकत करता दिख रहा है।

पिछले कुछ हफ्तों से चीन भारत के साथ राजनीतिक स्तर पर सहयोग स्थापित करने की जोरदार कोशिश कर रहा है। भारत सरकार ने चीन के व्यापारी हित को नुकसान पहुँचानेवाले निर्णय जारी रखे हैं। इस पृष्ठभूमि पर आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर फिर से सहयोग स्थापित करके चीन अपने नुकसान से बचने की कोशिश कर रहा है। लेकिन, इसके लिए भारत की माँग मंजूर करके लद्दाख के एलएसी पर तनाव कम करने के लिए अपनी सेना को पीछे हटाने के लिए चीन तैयार नहीं है। बल्कि, ‘एलएसी’ पर सैनिकों की तैनाती की स्थिति में दोनों देशों के संबंध पहले जैसे सामान्य होना मुमकिन नहीं है, ऐसी चेतावनी भारत ने चीन को दी है।

इस पृष्ठभूमि पर लद्दाख के ‘एलएसी‘ पर तनाव अधिक बढ़ सकता है, चीन यही संदेश भारत को देने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए लद्दाख के एलएसी के करीबी तिब्बत के क्षेत्र में चीन ने लड़ाकू विमान और हवाई सुरक्षा यंत्रणा की तैनाती बढ़ाई है। भारत ने इसका संज्ञान लिया है, फिर भी चीन की इस तैनाती का दबाव भारत पर बना नहीं है क्योंकि, इस क्षेत्र में भारतीय वायुसेना की ताकत चीन से काफी अधिक है और संघर्ष शुरू हुआ तो भारतीय वायुसेना चीन को आसानी से परास्त कर सकेगी, ऐसा इशारा अंतरराष्ट्रीय स्तर के नामांकित विश्लेषकों ने पहले भी दिया था।

फिर भी चीन अपने लड़ाकू विमानों की गतिविधियों से भारत पर दबाव बनाने की कोशिश करता दिख रहा है। जून के अंतिम दिनों में चीन के लड़ाकू विमान ने लद्दाख के हवाई क्षेत्र के करीब उड़ान भरकर भारतीय वायुसेना की तैयारी परखी। लेकिन, वायुसेना ने इसके प्रत्युत्तर में आवश्यक कार्रवाई तूरंत करके चीन को ज़रूरी इशारा दिया है। आनेवाले समय में भी चीन ने इस तरह की कोशिश की तो इस पर भारतीय वायुसेना का अधिक आक्रामक प्रत्युत्तर दिया जा सकता है।

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