ब्रिटिश तंत्रज्ञान कंपनी पर चीन का कब्ज़ा राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा- ब्रिटन के भूतपूर्व गुप्तचर अधिकारी का दावा

लंदन: चीन के तंत्रज्ञान कंपनी ने ब्रिटिश कंपनी पर कब्जा प्राप्त करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक होने का इशारा ब्रिटन के भूतपूर्व गुप्तचर अधिकारी ने दिया है। चीन ने हालही मे ब्रिटन के ‘इमैजिनेशन टेक्नोलॉजीज’ यह कंपनी की खरीदारी की है। यह कंपनी माइक्रोचिप्स क्षेत्र की अग्रणी कंपनी होकर, उसके कुछ उत्पादन लष्करी क्षेत्र मे भी इस्तेमाल हो रहे है। अमरीका ने चीन का इसी तरह का एक प्रयत्न कुछ दिनों पहले रोके रखा था। इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटिश अधिकारियों ने दिया इशारा ध्यान केंद्रित कर रहा है।

राष्ट्रीय सुरक्षा

चीन सरकार का निवेश होनेवाले ‘कैनन ब्रिज कैपिटल पार्टनर्स’ इस कंपनी ने ब्रिटन की इमैजिनेशन टेक्नोलॉजीज यह कंपनी ५५ करोड़ पौंड मे खरीदी थी। इस कंपनी का तंत्रज्ञान ऍपल कंपनी के प्रसिद्ध आयफोन से दुनियाभर के अब्जो स्मार्टफोन्स एवं कंप्यूटर मे इस्तेमाल किया जाता है। इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटन से नाराजगी की प्रतिक्रिया उमड़ रही है और गुप्तचर विभाग के अधिकारियों के साथ तंत्रज्ञान तथा माध्यम क्षेत्र के विश्लेषकों से सतर्कता का इशारा दिया गया है।

‘इमैजिनेशन टेक्नोलॉजीज’ की खरीदारी चीन मे कम्युनिस्ट सल्तनत के ‘माइक्रोचिप’ क्षेत्र मे एकाधिकार निर्माण करने का भाग है। इस माध्यम से पाश्चात्य देशों से उपलब्ध तंत्रज्ञान दुनिया को उपलब्ध करने से रोका जा सकता है। आनेवाले समय मे ब्रिटन के लष्कर  को भी चीनी उत्पादन पर निर्भर रहने की विवशता होगी और उनमे जासूसी के लिए छुपे तंत्रज्ञान का समावेश हो सकता है, ऐसा टीकाकारों ने सूचित किया है।

तंत्रज्ञान क्षेत्र मे संवेदनशील व्यवहार के बारे मे ब्रिटन ने कुछ सतर्कता दिखानी आवश्यक है। ब्रिटन मे अनेक वरिष्ठ अधिकारी चीन के बारे मे बहुत ही आशावादी नीति रखें दिखाई दे रहे है। इस व्यवहार के बारे मे ठोस भूमिका होनी चाहिए और किफायत प्रारूप दृष्टिकोण तैयार होना चाहिए। चीन जैसे सामर्थ्यशाली देश मे मुक्त व्यापार से कॉरपोरेट फायदे पर ज्यादा अहम दिया जाता है। पाश्चात्य राष्ट्रों के लिए एक समान नीति नहीं, इस वजह से हम ही उसके लिए स्थिति तैयार कर रहे है, इन शब्दों मे एमआय-६ के भूतपूर्व उप-प्रमुख निगेल इंकस्टर ने इस व्यवहार पर तीव्र आक्षेप जताया है।

ब्रिटन मे ‘द हेन्री जैक्सन सोसायटी’ अभ्यास गट मे अधिकारी जॉन हेमिंग्स ने ‘इमैजिनेशन टेक्नोलॉजीज’ और ‘कैनन ब्रिज कैपिटल पार्टनर्स’ के व्यवहार के बारे मे इशारा दिया है। इस व्यवहार का लष्करी क्षेत्र पर गंभीर परिणाम हो सकता है। आनेवाले समय मे ब्रिटिश लश्कर को चीनी कंपनियों से उत्पादन की खरीदारी करने पर विवशता हो सकती है, यह शर्म की बात है। ऐसे उत्पादन मे चीन सरकार को जासूसी के लिए सहायक तंत्र का इस्तेमाल हो सकता है ऐसा है हेमिंग्स ने कहा है।

इस से पूर्व अमरीका एवं यूरोपीय देशों ने चीनी कंपनियों के तंत्रज्ञान क्षेत्र मे संवेदनशील व्यवहार को रोकने के लिए आक्रामक कदम उठाए है। २ हफ्ते पहले अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पहल करते हुए ‘लैटिस सेमीकंडक्टर कॉरपोरेशन’ इस तंत्रज्ञान क्षेत्र के कंपनी पर कब्जा पाने का चीन का प्रयत्न उधेड़ा था। इसके व्यतिरिक्त अमरीका के कोषागार विभाग के नियंत्रण मे होने वाले ‘कमेटी ऑन फॉरेन इन्वेस्टमेट इन द यूनाइटेड स्टेट्स’ ने इस वर्ष चीनी कंपनियों से संबंधित होनेवाले लगभग ९ व्यवहार रोके है। इसमें चीन के अब्जाधिश उद्योजक जैक मा की कंपनी का भी समावेश है। पिछले वर्ष ७ अब्ज डॉलर मूल्य के १० संदिग्ध व्यवहार रद्द किए गए है।

यूरोपीय देशों ने अमरीका का अनुकरण करते हुए पिछले वर्ष लगभग १७ अब्ज डॉलर मूल्य के व्यवहार रद्द किए है। उनमे जर्मनी के ‘एक्स्ट्रन’ इस तंत्रज्ञान क्षेत्र की कंपनी के व्यवहार का समावेश है। यूरोपियन कमीशन के प्रमुख जीन क्लौड जंकर के साथ जर्मनी, फ्रांस एवं इटली इन देशोंने चीन के यूरोप मे बढ़ते और संदिग्ध निवेश को रोकने के लिए स्वतंत्र प्रस्ताव लाने की तैयारी शुरू की है। इस पृष्ठभूमि पर यूरोपीय महासंघ ने हंगेरी-सर्बिया रेल्वे प्रकल्प मे चीन के निवेश को रोकने का वृत्त सामने आया है।

अमरीका एवं यूरोपीय देश संदिग्ध चीनी निवेश को रोकने की भूमिका ले रहे है। ब्रिटन की सौम्य भूमिका पर दुनिया भर से आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है।

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