चीन को ‘कोरोना’ की क़ीमत चुकानी ही होगी – अमरिकी विदेशमंत्री की चेतावनी

वॉशिंग्टन – ‘कोरोना वायरस की जानकारी छुपाकर चीन ने अमरीका का बड़ा जीवित और आर्थिक नुकसान किया हैं। इस नुकसान की क़ीमत चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को चुकानी ही होगी’, ऐसी चेतावनी अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने दी है। यह क़ीमत आर्थिक और व्यापारी स्तर की रहेगी, ऐसे स्पष्ट संकेत भी विदेशमंत्री पोम्पिओ ने दिए हैं। अमरीका की तरह ही, कोरोना वायरस के कारण काफी बडा नुकसान भुगतने के लिए मजबूर हुए अन्य देश भी चीन पर यह आरोप रखकर, हो रहे नुकसान का बडा मुआवज़ा करने की माँग रख सकते हैं। ब्रिटन, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने ऐसे संकेत भी दिए हैं।

दुनिया पर टूट पड़े कोरोना वायरस के संकट के लिए सभी मायने में चीन ही ज़िम्मेदार होने का आरोप अमरिकी विदेशमंत्री पोम्पिओ ने फिर एक बार किया है। ‘चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और जागतिक स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस महामारी की जानकारी पूरी दुनिया से छिपाकर रखी। आज भी इस महामारी की हुई शुरूआत के बारे में दुनिया को कुछ भी जानकारी नहीं है और यह काफी बडी चिंता का विषय बनता है’, ऐसी फटकार लगाकर पोम्पिओ ने हमला किया है। चीन ने कम से कम एक महीने तक अपनी जनता से इस महामारी की जानकारी छिपाकर रखी और चीन के नागरिकों की वजह से दुनियाभर में कोरोना वायरस का फैलाव हुआ, यह आरोप विदेशमंत्री पोम्पिओ ने किया है।

‘चीन की वजह से अमरीका ने भुगते नुकसान का अंजाम चीन को भुगतना ही होगा। इस महामारी के प्रभाव से जब अमरीका पूरी तरह से बाहर निकलेगी, तब इस महामारी के कारण हुए जीवित और आर्थिक नुकसान की क़ीमत चीन को चुकानी ही होगी। इसके आगे दवाईयों का निर्माण और अन्य चीजों के लिए अमरीका चीन पर निर्भर नहीं रहेगी, यह ध्यान रखा जाएगा’, यह कहकर पोम्पिओ ने, अब चीन के साथ पहले जैसा व्यापारी सहयोग कायम नहीं रहेगा, यह संदेश भी स्पष्ट रूप में दिया है।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प, विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ एवं अमरीका के जनप्रतिनिधि, कोरोना वायरस की महामारी अमरीका में कोहराम मचा रही है, तभी इसके परिणाम चीन को भुगतने होंगे, ऐसीं चेतावनियाँ लगातार दे रहे हैं। किसी युद्ध में नहीं हो सकता, उससे भी अधिक भंयकर जीवित और आर्थिक नुकसान अमरीका को कोरोना वायरस की महामारी से हो रहा है। अमरीका के ब्रिटन, फ्रान्स, जर्मनी जैसें युरोपियन मित्रदेशों की स्थिति भी ज्यादा अलग नहीं हैं। जापान, ऑस्ट्रेलिया ये देश भी, कोरोना वायरस के पीछे चीन की साजिश होने की आशंका अलग अलग शब्दों में व्यक्त कर रहें हैं।

ये सभी देश जल्द ही एक होकर चीन के विरोध में काफी बडा सियासी मोरचा खड़ा करेंगे और चीन से नुकसान का काफी बडा मुआवज़ा वसूल किए बिना शांत नही बैठेंगे, यह दावा कुछ विश्‍लेषक कर रहें हैं। चीन ने यदि अमरीका और मित्रदेशों की यह माँग मंज़ूर करने से इन्कार किया, तो संघर्ष से बचा नहीं जाएगा और यह संघर्ष अलग अलग स्तर पर शुरू होगा, यह दावा इन विश्‍लेषकों ने किया है।

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