‘एलएसी’ पर लष्करी सिद्धता का जायज़ा लेने के लिए रक्षाबलप्रमुख जनरल रावत लद्दाख दौरे पर – चीन द्वारा १० हज़ार सैनिक पीछे हटाये जाने के दावे

नई दिल्ली – चीन ने पिछले साल गलवान वैली में की हरक़त के बाद भारत ने चीन सीमा पर अपनी रक्षासिद्धता बड़े पैमाने पर बढ़ायी है। इस क्षेत्र में तैनात सेना का मनोधैर्य बढ़ाने के लिए तथा लष्करी सिद्धता का जायज़ा लेने के लिए रक्षामंत्री और अन्य सर्वोच्च लष्करी अधिकारी बार बार इस क्षेत्र की भेंट कर रहे हैं। सोमवार को देश के रक्षाबलप्रमुख जनरल बिपीन रावत लद्दाख के दौरे पर दाखिल हुए हैं। जनरल रावत दाखिल हो रहे हैं कि तभी चीन ने लद्दाख के मोरचे पर तैनात १० हज़ार सैनिक पीछे हटाये होने की ख़बर जारी हुई है।

शुक्रवार को लद्दाख की एलएसी पर घुसपैंठ करनेवाले चीन के जवान को भारतीय लष्कर ने कब्ज़े में ले लिया था। चिनी जवान की इस घुसपैंठ से एलएसी पर तनाव बढ़ने के संकेत मिले थे। लेकिन सोमवार सुबह भारतीय लष्कर ने इस जवान को रिहा करके उसे चिनी लष्कर के हवाले कर दिया है। सोमवार सुबह लगभग १० बजे ‘चुशुल-मोल्दो बॉर्डर पॉईंट’ पर उसे चिनी लष्कर के हवाले किया होने की जानकारी भारतीय लष्कर ने दी। अपने जवान को भारत फ़ौरन रिहा करें, इसके लिए चीन के लष्कर ने आवाहन किया था। लेकिन इस मामले में प्रक्रिया पूरी हुई बग़ैर चीन के जवान को रिहा नहीं किया जा सकता, ऐसा भारतीय लष्कर ने जताया था।

पिछले साल चीन ने लद्दाख ‘एलएसी’ पर बड़े पैमाने पर लष्करी तैनाती करके भारत पर दबाव बढ़ाने की कोशिशें शुरू कीं थीं। जून महीने में गलवान वैली में चीन ने भारतीय लष्कर के साथ ख़ुराफ़ात करने की कोशिश की। चीन की इस हरक़त के विरोध में भारत ने आक्रामक प्रत्युत्तर दिया। उसके बाद भी चीन ने अपनी अड़ियल भूमिका क़ायम रखते हुए, वापसी करने के लिए भारत पर दबाव डालने की आक्रामक गतिविधियाँ शुरू कीं। लेकिन चीन के टक्कर की तैनाती करके भारत ने चीन की साज़िशें नाक़ाम कर दीं।

लद्दाख एलएसी पर चीन ने ५० हज़ार सैनिक मोरचे पर तैनात किये बताये जा रहे हैं। भारत ने भी उतनी ही तैनाती करके चीन को चेतावनी दी। भारत केवल लष्करी तैनाती करके नहीं रुका है, बल्कि भारत के रक्षामंत्री तथा वरिष्ठ लष्करी अधिकारी लगातार इन भागों का दौरा कर रहे हैं। कुछ दिन पहले भारत के लष्करप्रमुख जनरल नरवणे ने लद्दाख की एलएसी की भेंट की थी। सोमवार को रक्षाबलप्रमुख जनरल बिपीन रावत ने लद्दाख की एलएसी का दौरा शुरू किया है। इस दौरे में वे यहाँ की सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना करेंगे। पिछले ही हफ़्ते जनरल रावत ने अरुणाचल प्रदेश की एलएसी की भेंट की थी। लद्दाख की एलएसी के बाद रक्षाबलप्रमुख, जम्मू कश्मीर की सीमा की भेंट करेंगे, ऐसी ख़बर है।

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