भारत ने हिरासत में लिए चीनी सैनिक को किया चीनी सेना के हवाले

नई दिल्ली – भारत ने पूर्वी लद्दाख के डेमचोक क्षेत्र में चीन की ‘पिपल्स लिब्रेशन आर्मी’ (पीएलए) के सैनिक को हिरासत में लिया था। इस सैनिक की कड़ी जांच करने के बाद अब इसे चीनी सेना के हवाले किया गया है। अगले कुछ घंटों में भारत और चीन के वरिष्ठ लष्करी अधिकारियों के बीच आठवें स्तर की बैठक हो रही है। इस बैठक की पृष्ठभूमि पर सद्भावना प्रदर्शित करने के लिए इस चीनी सैनिक को रिहा किया गया है। लेकिन, इसके बावजूद प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा (एलएसी) से संबंधित विवाद में भारत की भूमिका पर इसका कुछ भी असर नहीं होगा, यह दावा किया जा रहा है।

india-chinaदो दिन पहले डेमचोक से इस सैनिक को हिरासत में लिया गया था। ‘एलएसी’ पार करके भारतीय सीमा में दाखिल हुए इस चीनी सैनिक का स्वास्थ्य बिगड़ने पर उस पर इलाज़ किए गए। उसे ऑक्सिजन, खाना और गरम कपड़े दिए गए। वैंग या लौंग नामक यह सैनिक चीन के झेजियांग प्रांत का निवासी था। यह सैनिक चीनी सेना में हथियारों की मरम्मत करने का काम कर रहा था, यह दावा ‘पीएलए’ ने किया। सीमा पर मवेशियों को रास्ता दिखाने की कोशिश में इस सैनिक ने भटककर भारत की सीमा में प्रवेश किया, यह खुलासा चीन ने किया था।

प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा पर बनी स्थिति देखकर चीन के इस दावे की ओर संदिग्धता से देखा जा रहा था। इसी बीच इस सैनिक के पास चीन के सेना के कागज़ात बरामद होने पर भारतीय सैनिकों ने सावधानी बरतकर उसकी कड़ी जाँच की। चीन का यह सैनिक जासूसी करने की मुहिम पर था या नहीं, इसकी भी जांच की गई। दो दिन कड़ी पूछताछ के बाद स्थापित शिष्टाचार के अनुसार सभी प्रक्रियाएं पूरी करके चुशूल-मोल्डो में इस सैनिक को चीन के हवाले किया गया।

india-chinaबीते कुछ महीनों से ‘एलएसी’ पर काफी तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों देशों ने ‘एलएसी’ के करीब लगभग ५० से ६० हज़ार सैनिक, टैंक, तोपें, लड़ाकू विमान, राड़ार यंत्रणा, मिसाइल भी तैनात किए हैं। ‘एलएसी’ पर बने तनाव पर चर्चा करने के लिए अगले दो दिनों में भारत और चीन के सेना अधिकारियों की अहम बैठक हो रही है। इस बैठक में हल निकालने के लिए चीन जोरदार कोशिश करने की संभावना है। क्योंकि, लद्दाख में तापमान में गिरावट हो रही है और इस महीने के अन्त में बर्फ की परतें जमने लगेंगी। अगले महीने में यहां का तापमान मायनस २० से भी नीचे गिरेगा। इस वजह से इस आखरी चर्चा में ज्यादा कुछ हाथ नहीं लगेगा, यह समझकर चीन ने अपनी तैयारी करने के समाचार प्राप्त हो रहे हैं। अपने सैनिकों की तैनाती के लिए चीन ने अरबों डॉलर्स के टेंट ऑर्डर किए हैं और सैनिकों को नए रायफल्स प्रदान करने का समाचार भी है।

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