फ्रान्स में अफ्रीकी शरणार्थियों के ‘ब्लैक वेस्टस्’ गुट के राजधानी पैरिस में प्रदर्शन – फ्रान्स हमारा देश होने का दावा करके घर और कानूनन मंजूरी की मांग

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरपैरिस – फ्रान्स में सैंकड़ों अवैध अफ्रीकी शरणार्थियों ने यह देश अपना होने का दावा करके सरकार हमें घर एवं कानूनन मान्यता दे, ऐसी आक्रामक मांग की है| इस मांग के लिए अफ्रीकी शरणार्थियों के ‘ब्लैक वेस्टस्’ इस गुट ने राजधानी पैरिस में ‘पैन्थियन’ इस ऐतिहासिक वास्तु के सामने प्रदर्शन करके ध्यान केंद्रित करने का प्रयत्न किया है| उस समय स्थानीय यंत्रणा ने २० से अधिक प्रदर्शकों को कब्जे में लिया है और फ्रेंच नेता मरीन ली पेन ने इस प्रदर्शन पर तीव्र आलोचना की है|

फ्रान्स एवं अन्य यूरोपीय देशों में परधर्मी शरणार्थियों का प्रमाण बढ़ा है और इसकी वजह से अपनी मूल पहचान एवं संस्कृति और धर्म खतरे में होने की चिंता स्थानीय जनता से व्यक्त हो रही है| तथा यह परधर्मी शरणार्थी स्थानीय जनता में घुल मिलने के लिए तैयार न होकर, अपनी संस्कृति कायम रखकर अपना स्वतंत्र अस्तित्व संभाल रहे हैं| जिससे अपने देश के एकता को गंभीर खतरा होने की चेतावनी यूरोपीय देशों के कई गुट एवं जनता से दी जा रही है| इस पृष्ठभूमि पर ‘ब्लैक वेस्टस्’ जैसे शरणार्थियों के गुट ने किए प्रदर्शन एवं मांग ध्यान केंद्रित कर रही है|

पिछले कुछ वर्षों में अन्य यूरोपीय देशों की तरह फ्रान्स में भी शरणार्थियों की बड़ी संख्या में घुसपैठ हुई है| इस घुसपैठ के साथ फ्रान्स में आतंकवादी हमलों का प्रमाण भी बढ़ा है और उसमें शरणार्थियों का हाथ होने की बात स्पष्ट हुई है| जिसकी वजह से फ्रान्स में आपातकाल लागू करके बड़े तादाद में लष्कर एवं अन्य सुरक्षा यंत्रणा तैनात की है| पर उस समय देश में स्वयंसेवी गुटो ने शरणार्थियों के अधिकार के बारे में चिल्लाना शुरू किया है और ‘ब्लैक वेस्टस्’ से किए जानेवाले प्रदर्शन उसी का भाग है|

अफ्रीकी शरणार्थियों के ‘ब्लैक वेस्टस्’ गुटने राजधानी पैरिस में ऐतिहासिक वास्तु के पास रुककर स्थानीय जनता के साथ विदेशी नागरिकों का ध्यान केंद्रित करने का प्रयत्न किया है| उस समय प्रदर्शन में शामिल हुए अफ्रीकी शरणार्थियों ने फ्रान्स यह सिर्फ फ्रेंचों का ही नहीं बल्कि हमारा भी देश है, ऐसा दावा किया है| इस मांग से उन्होेंने अवैध शरणार्थियों को फ्रान्स में रहने का अधिकार होने की बात जोर देकर कहने का प्रयत्न किया है| फ्रान्स सरकार शरणार्थियों के रहने के लिए घर तथा कानूनन कागजात की व्यवस्था करें, यह मांग भी उन्होंने की है|

पर फ्रेंच सुरक्षा यंत्रणा ने कठोर भूमिका लेकर प्रदर्शन तोड़े हैं और २१ प्रदर्शकों को कब्जे में लिया है| फ्रान्स के नेता मरीन ले पेन ने इस पर आलोचना की है और अवैध शरणार्थियों को देश से बाहर खदेड़ना यही उनका भविष्य होने की बात कही है|

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