यूक्रैन में स्थित अमरीका प्रायोजित लैब्स में जैविक हथियारों का निर्माण हो रहा था – रशिया के रक्षा मंत्रालय का गंभीर आरोप

मास्को – ‘सोवियत रशिया से बाहर निकले देशों में अमरीका का पेंटॅगॉन फौजी जैविक अभियान चलाने में जुटा होने की ओर रशियन रक्षा मंत्रालय ने पहले भी ध्यान आकर्षित किया था| यूक्रैन में भी ऐसें ३० लैब्ज में जैविक हथियारों के निर्माण का काम हो रहा था| यूक्रैन के इन लैब्ज को अमरीका से पैसों की आपूर्ति हो रही थी| रशिया ने यूक्रैन पर हमला शुरू किया, उसी दिन इन लैब्ज में जैविक हथियारों से संबंधित सभी सबुत मिटाए गए’, ऐसा गंभीर आरोप रशिया के रक्षा मंत्रालय ने लगाया|

पिछले बारह दिनों से यूक्रैन में शुरू युद्ध के दौरान रशिया ने मानव अधिकारों का उल्लंघन किया हैं, ऐसें आरोप अमरीका और पश्‍चिमी देश लगा रहे हैं| यूक्रैन पर कब्ज़ा करने के लिए रशिया ने यह हमलें किए, ऐसा आरोप पश्‍चिमी देश एवं माध्यमों ने लगाया हैं| लेकिन, रशियन सेना ने पिछले दो दिनों से यूक्रैन पर किए हमलों को लेकर नई जानकारी सार्वजनिक करने का सत्र शुरू किया है|

रशियन सेना के ‘रेडिएशन, केमिकल ऍण्ड बायोलॉजिकल डिफेस्न फोर्सेस’ के प्रमुख इगोर किरीलोव्ह ने यूक्रैन की लैब्ज में जैविक हथियारों का अनुसंधान एवं निर्माण हो रहा था, यह आरोप लगाया| अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन की ‘डिफेन्स थ्रेट रिडक्शन एजेन्सी’ (डीटीआरए) और ‘ब्लैक ऍन्ड वेच’ नामक निजी कंपनी यूक्रैन में स्थित इन लैब्ज से जुड़ी होने का दावा किरीलोव्ह ने किया| बीते साल पेंटॅगॉन ने यूक्रैन के इन लैब्ज को १.१८ करोड़ डॉलर्स की आपूर्ति की थी, यह भी किरीलोव्ह ने आगे कहा|

यूक्रैन में रशिया ने विशेष सैन्य कार्रवाई करने के बाद यह जानकारी सामने आयी, ऐसा रशिया के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेंकोव्ह ने कहा| रशियन रक्षा मंत्रालय ने नक्शे के साथ यूक्रैन में स्थित इन लैब्ज की जानकारी सार्वजनिक की| साथ ही यूक्रैन के ३० लैब्ज को फौजी जैविक अभियान के लिए पेंटॅगॉन ने निधी प्रदान करने के सबुत बरामद होने का बयान भी कोनाशेंकोव्ह ने किया| यूक्रैन में स्थित अमरिकी दूतावास में इससे संबंधित लिखित सबुत मौजूद थे| लेकिन, २४ फ़रवरी को रशिया ने यूक्रैन पर हमला किया उसी दिन अमरिकी दूतावास के कर्मचारियों ने यह सबुत मिटाने की कोशिश की, यह आरोप कोनाशेंकोव्ह ने लगाया| इनमें से एक कागज़ात के टुकड़ों को जोड़ने के बाद यह बात सामने आयी, ऐसा रशियन सेना के प्रवक्ता ने कहा हैं|

दो दिन पहले रशिया ने यूक्रैन पर और एक आरोप लगाया था| यूक्रैन की सेना एवं वैज्ञानिक चेर्नोबिल में ‘डर्टी बम’ का निर्माण करने की कोशिश में थे, साथ ही मिसाइलों पर परमाणु विस्फोटक लगाने की तैयारी में थे, यह दावा रशिया ने लगाया था| यूक्रैन ने रशिया ने लगाए इन आरोपों को ठुकराया था| लेकिन, जैविक हथियारों को लेकर रशियन  रक्षा मंत्रालय ने सार्वजनिक किए हुए सबूत इससे भी अधिक गंभीर हैं|

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