बलोच विद्रोहियों ने पाकिस्तान के ग्वादर में जिन्ना की मूर्ति को उड़ाया

कराची- रविवार को पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत के ग्वादर शहर में बलोच विद्रोहियों ने पाकिस्तान के संस्थापक ‘मोहम्मद अली जिन्ना’ की मूर्ति को विस्फोट द्वारा उड़ा दिया। ‘बलोच रिपब्लिकन आर्मी’ (बीआरए) ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी का स्वीकार किया। जिन्ना और उनकी विचारधारा को बलोचिस्तान में स्थान नहीं है, यह बताकर ‘बीआरए’ ने इस कृत्य का समर्थन किया। वही, रविवार को हुई दूसरी एक घटना में ‘बलोच लिब्रेशन आर्मी’ (बीएलए) ने हमला करके बलूचिस्तान में तैनात होने वाले पाकिस्तानी लश्कर के चार जवानों को मार गिराया।

BRA-Jinnha-Statueजून महीने में बलोचिस्तान के ग्वादर स्थित मरीन ड्राईव्ह के समुद्री किनारे पर जीना की मूर्ति लगाई गई थी। रविवार को सुबह ‘बीआरए’ ने मूर्ति के चारों ओर विस्फोटक रखकर विस्फोट करवाया। शुरू शुरू में पाकिस्तान के माध्यमों ने इस संदर्भ में खबरें प्रकाशित नहीं की थीं। लेकिन सोशल मीडिया में इसके फोटोग्राफ्स जारी होने के बाद पाकिस्तानी माध्यमों को मजबूरन इसकी खबर प्रकाशित करनी पड़ी। पाकिस्तानी जनता इस पर गुस्सा ज़ाहिर कर रही है। वहीं, बलोच जनता इसका स्वागत कर रही है।

‘इसकी उच्च स्तरीय जाँच की जाएगी। लेकिन अभी भी इसके लिए किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। एक-दो दिन में अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी’, ऐसा ग्वादर के उपायुक्त निवृत्त मेजर अब्दुल कबिर खान ने कहा। ग्वादर स्थित जिन्ना की मूर्ति पर हुआ यह हमला यानी पाकिस्तान की विचारधारा पर हुआ हमला है। इस कारण यंत्रणा ने यह अपराध करनेवालों को कड़ी सजा देनी चाहिए, ऐसी माँग बलोचिस्तान के पूर्व गृहमंत्री और सांसद सरफराज बुग्ती ने की। इससे पहले सन २०१३ में बलोच विद्रोहियों ने, जिन्ना ने निवास की हुई १२१ साल पुरानी इमारत को लक्ष्य किया था। बलोच विद्रोहियों ने इस इमारत में विस्फोट करवाकर उसे नष्ट किया था।

इसी बीच, रविवार को ‘बीएलए’ ने बलोचिस्तान में पाकिस्तानी अर्धसैनिकी बल का वाहन शक्तिशाली विस्फोट द्वारा उड़ा दिया। आईईडी विस्फोटक के जरिए करवाए इस घातपात में चार पाकिस्तानी जवान मारे गए। वहीं, दो अधिकारी घायल हुए हैं। उससे पहले शुक्रवार को बलोचिस्तान के आवरन में बलोच विद्रोहियों ने किए हमले में पाकिस्तान के दो सुरक्षा रक्षक ढेर हुए होकर, पाँच लोग घायल हुए हैं। बलोची विद्रोहियों को तालिबानी आतंकी आकर मिलने की खबरें जारी हुई थी। दोनों मिलकर पाकिस्तानी लष्कर पर हमले करने के दावे किए जाते हैं। इस कारण पाकिस्तानी लष्कर की चिंताएँ बढ़ीं हैं।

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