तालिबान को बातचीत के लिए मज़बूर करनेवाले पाकिस्तान को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकेगा – पाकिस्तानी मंत्री का दावा

इस्लामाबाद – अमरीका के साथ बातचीत करने के लिए तालिबान को मजबूर करनेवाले पाकिस्तान को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता, यह दावा पाकिस्तान के अंदरुनि सुरक्षामंत्री शेख रशीद ने किया है। इस वजह से अफ़गानिस्तान में तालिबान की हुकूमत स्था्पित होने के साथ ही पाकिस्तान अपनी अहमियत बढ़ाने की कोशिश में फिर एक बार होने की बात स्पष्ट हुई। फिलहाल तालिबान की जीत पर पाकिस्तान में उत्सव मनाया जा रहा है और अब हमारे देश के लिए सुनहरे दिन आएंगे, इस देश के चरमपंथियों को यह विश्‍वास है। साथ ही अफ़गानिस्तान पर नियंत्रण स्थापित करने के बाद तालिबान भारत के कब्ज़े से कश्‍मीर को मुक्त कराएगी, ऐसे सपने भी यह चरमपंथी देख रहे हैं।

तालिबान को अमरीका से बातचीत के लिए पाकिस्तान ने ही मजबूर किया, यह दावा भी शेख रशीद ने किया। लेकिन, फिलहाल अमरीका और तालिबान के बीच हुए समझौते का पालन करने में तालिबान उत्सुक ना होने की बात स्पष्ट दिख रही है। अल कायदा और अन्य आतंकी संगठनों के साथ तालिबान के संबंध अभी खत्म नहीं हुए हैं। यह प्रमुख शर्त अमरीका ने तालिबान के सामने रखी थी। इस वजह से तालिबान के साथ किए गए समझौते का अब कुछ भी मतलब नहीं रहा, ऐसी आलोचना अमरीका में होने लगी है। ऐसी स्थिति में पाकिस्तान के नेता इस समझौते का श्रेय अपने देश को प्राप्त कराने की कोशिश में जुटे हैं। लेकिन, समझौते का श्रेय प्राप्त किया तो यह समझौता तोड़ने का ठिकरा भी पाकिस्तान के सिर पर ही फोड़ा जाएगा, यह चिंता पाकिस्तानी माध्यम जता रहे हैं।

अफ़गानिस्तान में अमरीका की हार हुई, यह पाकिस्तान ने तालिबान को प्रदान की हुई सहायता से ही हुआ, ऐसे दावे पाकिस्तान में मौजूद चरमपंथी कर रहे हैं। पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर संगठना ‘आयएसआय’ के पूर्व प्रमुख हमीद गुल ने कुछ वर्ष पहले ‘पाकिस्तान अमरीका की सहायता से ही अमरीका को अफ़गानिस्तान में पराजित करेगा’ यह ध्यान आकर्षित करनेवाला बयान किया था। इसका दाखिला देकर अमरीका की हार पाकिस्तान ने ही करवाई, ऐसे दावे चरमपंथी कर रहे हैं। यह बात अमरीका की नज़रों से छूटेगी नहीं। फिलहाल अफ़गानिस्तान से वापसी करने की वजह से अपने खिलाफ हो रही आलोचना से बायडेन प्रशासन बेचैन है। ऐसे दिनों में पाकिस्तान में मनाया जा रहा उत्सव घातक साबित होगा, यह इशारा अमरीका में स्थित पाकिस्तानी वंश के राजनीतिक कार्यकर्ता ने दिया है।

अमरीका अगले दिनों में पाकिस्तान पर सख्त प्रतिबंध लगा सकती है, यह बयान भी इस कार्यकर्ता ने किया है। अमरिकी सिनेट की ‘आर्म्ड सर्विसस कमिटी’ ने अफ़गानिस्तान में हार की जाँच की गतिविधियाँ शुरू की हैं। पाकिस्तान ने किया हुआ विश्‍वासघात ही अफ़गानिस्तान की मौजूदा स्थिति के लिए ज़िम्मेदार होने का आरोप वर्णित कमिटी के अध्यक्ष जैक रीड ने हाल ही में लगाया था। इस वजह से पाकिस्तान को अमरीका की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, यह बात स्पष्ट होने लगी है। शेख रशीद जैसे पाकिस्तानी नेता इस कार्रवाई का रास्ता अधिक चौड़ा करते हुए दिख रहे हैं।

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