चीन की धमकी का ऑस्ट्रेलिया द्वारा क़रारा जवाब

कॅनबेरा – ऑस्ट्रेलियन उत्पादनों का बहिष्कार करने की धमकी देनेवाले चीन को ऑस्ट्रेलियन विदेशमंत्री ने अच्छीख़ासी फ़टकार लगायी है। जागतिक सहयोग की माँग करनेवाले देश का बहिष्कार करने की धमकी देनेवाले वक्तव्य का हम धिक्कार करते हैं, ऐसा विदेशमंत्री मारिस पेन ने चीन से डटकर कहा। ऑस्ट्रेलिया ने कोरोनावायरस मामले में निष्पक्ष तहकिक़ात की माँग की है। उसपर चीन ने अड़ियल भूमिका अपनायी होकर, ऑस्ट्रेलिया पर दबाव डालने की शुरुआत की है।

ऑस्ट्रेलिया ने पिछले हफ़्ते कोरोनावायरस का उद्गम और उसका फैलाव इसकी स्वतंत्र तथा निष्पक्ष तहकिक़ात की जायें, ऐसी माँग की थी। जागतिक स्वास्थ्य संगठन के सभी सदस्य देश इस माँग का समर्थन करें, ऐसा आवाहन ऑस्ट्रेलिया ने किया था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया की इस माँग से चीन खौल उठा दिखायी दे रहा है।

ऑस्ट्रेलिया से पहले अमरीका और ब्रिटन इन देशों ने इसी प्रकार की माँग की थी। ऑस्ट्रेलिया ने उनकी इस माँग की पुष्टि की दिखायी दे रही है। अपने विरोध में सुर अलापनेवाले देशों में ऑस्ट्रेलिया क भी समावेश हुआ देखकर चीन द्वारा उसपर तीव्र प्रतिक्रिया अपेक्षित थी।

चीन के विदेश मंत्रालय ने ऑस्ट्रेलिया की माँग पर तीव्र नाराज़गी व्यक्त की है। चीन यह कोरोनावायरस की जानकारी देनेवाला पहला देश था, ऐसी प्रतिक्रिया विदेश विभाग के प्रवक्ता ने दी। कुछ देश तहकिक़ात को लेकर बहुत ही आग्रही भूमिका अपनाते हुए दिख रहे हैं। लेकिन उसके पीछे रहनेवाली राजकीय चाल कभी भी क़ामयाब नहीं होगी, ऐसा भी विदेश मंत्रालय द्वारा अनुरोधपूर्वक कहा गया।
उसी समय ऑस्ट्रेलिया में चीन के राजदूत शेंग जिंगये ने, आर्थिक बहिष्कार की धमकी दी। ‘चिनी नागरिक ऑस्ट्रेलियन उत्पादनों की ख़रीद क्यों करें, ऐसा प्रश्न पूछ सकते हैं। चीन से ऑस्ट्रेलिया में पर्यटन के लिए जानेवाले भी अलग विकल्प का विचार करेंगे’, ऐसे शब्दों में जिंगये ने, चीन द्वारा ऑस्ट्रेलियन उत्पादन एवं पर्यटन का बहिष्कार किया जाने की धमकी दी।

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन की सरकार ने अपने देश पर का चीन का प्रभाव कम करने के लिए बहुत ही साहसी निर्णय लिये थे। साथ ही, इंडो-पॅसिफिक सागरी क्षेत्र में शुरू होनेवाली चीन की मग़रूरी के ख़िलाफ़ भी ऑस्ट्रेलिया ने आक्रमक भूमिका अपनायी थी। इस कारण दोनों देशों के संबंध आत्यंतिक बिगड़ गये थे। चीन ने ऑस्ट्रेलिया को गंभीर परिणामों की चेतावनी भी दी थी।

इस पार्श्वभूमि पर ऑस्ट्रेलिया ने कोरोनावायरस का उद्गम और उसका फैलाव इनकी स्वतंत्र तथा निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए, ऐसी माँग कर चीन पर का दबाव बढ़ाया दिख रहा है। उसके बाद चीन ने ऑस्ट्रेलिया को आर्थिक बहिष्कार की धमकी देकर जवाब दिया। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के विदेशमंत्री ने कड़े शब्दों में फटकार लगाते हुए चीन के दबाव को हटा दिया। इससे यही बात अधोरेखित होती है कि ऑस्ट्रेलिया चीन से टक्कर लेने के लिए तैयार है।

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