परमाणु अस्त्र में ‘एआई’ का इस्तेमाल काफी खतरनाक और ड़रावना असर करेगा – संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारी की चेतावनी

वॉशिंग्टन – परमाणु अस्त्र और उससे संबंधित यंत्रणाओं में ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ (एआई) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल किया तो काफी खतरनाक और मानव जाति के लिए खतरनाक असर करेगा, ऐसी चेतावनी संयुक्त राष्ट्र संघ के वरिष्ठ अधिकारी ने दिया। कुछ दिन पहले ही आर्टिफिशल इंटेलिजन्स (एआई) की वजह से दुनिया के सामने परमाणु संकट खड़ा रह सकता हैं, ऐसी चेतावनी अमरीका की स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी ने दी थी। 

‘एआई’संयुक्त राष्ट्र संघ की ‘इन्स्टीट्यूट फॉर डिसआर्ममेंट रिसर्च’ ने हाल ही में ‘२०२३ इनोवेशन डाइलॉग’ परिषद का आयोजन किया गया था। इसमें बोलते हुए ‘यूएन हाई रिप्रेझेंटेटिव फॉर डिसआर्मामेंट अफेअर्स’ इझुमी नाकामित्सु ने ‘एआई’ के बढ़ते खतरे का अहसास कराया। ‘परमाणु अस्त्रों का निर्माण, तैनाती और उसे दागने की प्रक्रिया में एआई का इस्तेमाल काफी खतरनाक होगा। यह विचार ही खतरनाक हैं और उसके गंभीर और आपत्तिजनक परिणाम मानव जाती को भुगतने पड़ सकते हैं’, ऐसी चेतावनी इझुमी नाकामित्सु ने दी।

आर्टिफिशल इंटेलिजन्स जैसी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल अंधापन से नहीं होना चाहिये। एआई के साथ मशिन लर्निंग जैसी प्रौद्योगिकी का कैसे और कब इस्तेमाल करना हैं, इसका आखरी निर्णय मानव के हाथ में ही होने चाहिये, इसपर भी नाकामित्सु ने ध्यान आकर्षित किया। कुछ दिनों से स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी ने यह चेतावनी भी दी थी कि, ‘एआई’ और परमाणु प्रौद्योगिकी एकत्र हुए तो परिणाम बड़े गंभीर हो सकते हैं। 

‘एआई’‘एआई’ का इस्तेमाल करके न्युक्लियर फिशन जैसी प्रक्रिया करना मुमकिन हो सकता है। यह सबसे बड़ी गंभीर बात साबित हो सकती हैं। यह सबसे गंभीर बात बन सकती हैैं। पिछले कुछ दिनों से दुनिया भर में जिज्ञासा एवं गंभीर चर्चा का विषय बने प्रगत प्रौद्योगिकी एवं एआई का संयोग काफी खतरनाक होगा’, ऐसा ड़र स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी की रपट में जताया गया था।

मार्च महीने में अमरीका स्थित ‘फ्युचर ऑफ लाईफ इन्स्टीट्यूट’ नामक अभ्यास गुट ने आर्टिफिशल इंटेलिजन्स क्षेत्र के खतरे को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को खुला खत लिखा दिया था। इसमें आर्टिफिशल इंटेलिजन्स क्षेत्र में शुरू बड़े प्रयोग एवं अनुसंधान छह महीनों के लिए रोक दे, यह आवाहन किया था। इसके बाद एआई क्षेत्र के विशेषज्ञ एलिझर युडकोवस्की ने यह चेतावनी दी थी कि, मानव ने ‘सुपर ह्युमन’ की तरह बुद्धिमत्ता के ‘स्मार्ट आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ विकसित किया तो फिर धरती पर मानव जाती का विनाश अटल होगा।

आर्टिफिशल इंटेलिजन्स क्षेत्र के वरिष्ठ संशोधक जॉफ्रे हिन्टन ने हाल ही में यह भी आवाहन किया था कि,दुनिया के सभी देश साथ मिलकर ‘एआई’ मानव समाज पर नियंत्रण ना पाए, इसका ध्यान रखना होगा। 

Leave a Reply

Your email address will not be published.