‘अग्निपथ’ योजना का पूरे देश में बड़े उत्साह से स्वागत

नई दिल्ली – मौजूदा दौर के युद्ध के लिए तकनीक का ज्ञान रखनेवाले युवा वर्ग की ज़रूरत है। ‘अग्निपथ’ योजना की वजह से भारतीय रक्षाबलों को अल्प समय के लिए ही सही, इस तरह का युवावर्ग उपलब्ध होगा, ऐसा वरिष्ठ सेना अधिकारी लेफ्टनंट जनरल ए.अरुण ने कहा है।

‘अग्निपथ'रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को रक्षाबलों में हर वर्ष ४६ हज़ार ‘अग्निवीर’ भरती करने की ‘अग्निपथ’ योजना का ऐलान किया। इस पर बोलते समय लेफ्टनंट जनरल अरुण ने इस योजना का स्वागत किया। देश के लिए कुछ करने की प्रखर इच्छा रखनेवाले युवावर्ग को इस योजना से बड़ा अवसर मिलेगा, ऐसा कहकर एअर मार्शल बी.चंद्र शेखर ने इसका स्वागत किया।

अग्निवीरों के समावेश से सेनाबलों की मुहिम सफल करने की क्षमता अधिक बढ़ेगी। नए जोश के युवाओं में साहस की वृत्ति इससे बढ़ेगी और इसका सेनाबलों को लाभ प्राप्त होगा, ऐसा विश्वास लेफ्टनंट जनरल अनिल पूरी ने व्यक्त किया। भरती होनेवालों में से २५ प्रतिशत अग्निवीरों को सेनाबलों में स्थायी सेवा का अवसर दिया जाएगा। शेष ७५ प्रतिशत अग्निवीर निवृत्त होंगे, यह जानकारी लेफ्टनंट जनरल पूरी ने साझा की।

इसी बीच चार साल की सेवा के बाद निवृत्त होनेवाले अग्निवीरों को केंद्रीय आरक्षित बल की भरती प्रक्रीया में प्राथमिकता दी जाएगी, ऐसा ऐलान केंद्रीय गृह मंत्रालय ने किया है। इसी बीच मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और असम की सरकारों ने भी अग्निवीरों को अपनी सरकारी सेवा में प्राथमिकता देने का ऐलान किया।

पहले वर्ष तकरीबन ४० हज़ार अग्निवीरों की भरती होगी। नौसेना ने पहले साल तीन हज़ार और वायुसेना ने ३.५ हज़ार अग्निवीर भरती करने का ऐलान किया। अगले समय में नौसेना के लिए आवश्यक अग्निवीरों की संख्या बढ़ेगी, ऐसा नौसेना ने कहा है। अग्निवीरों के प्रशिक्षण की अवधि कम होने के बावजूद प्रशिक्षण के स्तर पर किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा, ऐसी गवाही नौसेना अधिकारी ने दी है।

अग्निपथ योजना के कारण देशसेवा करने का हमारा सपना पूरा होगा। इससे हमें कितने पैसे मिलेंगे इससे अधिक देश सेवा का अवसर मिलना सबसे अहम होगा, इन शब्दों में युवा वर्ग माध्यमों के सामने बड़े उत्साह से अपना विचार रख रहे हैं।

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