भारत में पहली बार हुआ अफ्रीकन स्वाईन फ्ल्यू का प्रवेश – असम में २,५०० सुअरों की मौत

नई दिल्ली – देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है और इसी दौरान पहली बार अफ्रीकन स्वाईन फ्ल्यू ने भी प्रवेश किया है। असम में अफ्रीकी स्वाईन फ्ल्यू से संक्रमित २,५०० से भी अधिक सुअरों की मौत होने का मामला सामने आया है। पिछले वर्ष भारत की सीमा के नज़दीक चीन के क्षेत्र में इस स्वाईन फ्ल्यू का संक्रमण हुआ देखा गया था।

असम के ३०६ गाँवों में अफ्रीकन स्वाईन फ्ल्यू का संक्रमण होने से २,५०० से भी अधिक सुअरों की मौत होने का ऐलान असम सरकार ने किया है। केंद्र सरकार ने सुअरों को मारने की अनुमति देने के बाद भी, राज्य की सरकार ने उन्हें मारने के बज़ाय, ‘अफ्रीकन स्वाईन फ्ल्यू का संक्रमण रोकने के लिए अन्य विकल्प ढूँढ़ेंगे’ यह बयान असम के पशुपालनमंत्री अतुल बोरा ने किया है।

भोपाल की ‘राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्था’ (एनआयएचएसएडी) ने यह अफ्रीकन स्वाईन फ्ल्यू (एएसएफ) का मामला होने की बात स्पष्ट की है। देश में अफ्रीकन स्वाईन फ्ल्यू का पहली बार प्रवेश हुआ है। अफ्रीकन स्वाईन फ्ल्यू का कोरोना वायरस से संबंध नहीं है, यह बात भी बोरा ने कही। फ़रवरी महीने में स्वाईन फ्ल्यू से संबधित जानकारी प्राप्त हुई थी। पर, इसकी जाँच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई थी। पिछले वर्ष अप्रैल महीने में अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटे चीन के एक प्रांत में, अफ्रीकन स्वाईन फ्ल्यू देख़ा गया था। इसके बाद असम के रास्ते इस स्वाईन फ्ल्यू ने भारत में प्रवेश किया है।

राज्य को अफ्रीकन स्वाईन फ्ल्यू से बचाने के लिए एक व्यापक रोड़ मैप तैयार करने की सूचना मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने पशुवैद्यकीय वन विभाग को दी है। ‘इंडियन कौन्सिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च’ के नैशनल रिसर्च सेंटर के साथ काम करके यह रोड़ मैप तैयार करने को कहा गया हैं। सुअरों को फिलहाल मारा नहीं जाएगा। साथ ही, स्वाईन फ्ल्यू से सुअरों की मौत होने के मामले सामने आए हुए स्थानों से एक किलोमीटर दायरे का क्षेत्र बंद किया जा रहा है और १० किलोमीटर के क्षेत्र पर नज़र रखी जाएगी, ऐसी जानकारी असम सरकार ने साझा की है।

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