अफगानियों को देश छोड़ने की अनुमति नहीं – तालिबान ने जारी किया हुक्म

काबुल – ‘ विदेशी नागरिक ३१ अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़कर जाएँ। उन पर किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं है। लेकिन अफगानी नागरिकों को देश छोड़ने की अनुमति नहीं मिलेगी। पश्चिमी देश भी उच्च शिक्षित अफगानियों को इसके लिए ना फुसलाएँ’, ऐसी चेतावनी तालिबान ने दी। इसके बाद अफगानियों में दहशत फैली होकर, काबुल हवाई अड्डे पर भीड़ करनेवाले अफगानी हवाई अड्डे में घुसने के लिए जान पर खेल रहे हैं।

afghans-taliban-rule-2तालिबानी आतंकियों के अमानवीय कारनामों के वीडियो, फोटोग्राफ्स और खबरें अफगानी जनता में डर फैला रही हैं। हर रोज हजारों अफगानी नागरिक काबुल हवाई अड्डे की ओर दौड़ लगा रहे हैं। तालिबान की हुकूमत से बाहर निकालने के लिए अफगानी जनता हवाई अड्डे पर उपस्थित नाटो के जवानों तथा विदेशी दूतावासों के अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ा रहे होने की खबरें सामने आ रहीं हैं। इसकी दखल लेकर अंतरराष्ट्रीय संगठन भी अफगानियों को शीघ्रतापूर्वक बाहर निकालने के लिए आवाहन कर रहे हैं।

लेकिन तालिबान का प्रवक्ता झबिहुल्ला मुजाहिद ने, काबुल हवाई अड्डे की ओर जाने वाला मार्ग बंकिया होने का ऐलान मंगलवार को किया। ‘अफगानियों के लिए यह मार्ग बंद किया होकर, विदेशी नागरिक ही हवाई अड्डे पर जा सकते हैं। अफगानी जनता अपने घर के लिए रवाना हो जाएँ। तालिबान उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेगा’, ऐसा मुजाहिद ने कहा। साथ ही ‘अमरीका उच्च शिक्षित अफगानी नागरिकों को देश छोड़ जाने के लिए प्रोत्साहित ना करें। अफगानिस्तान को डॉक्टर्स, इंजीनियर्स की ज़रूरत है’, ऐसा मुजाहिद ने माध्यमों के सामने बताया।

afghans-taliban-rule-1अब तक तालिबान की विरोध में पश्चिमी देशों की सहायता करने वालों को भी माफ किया होने का ऐलान मुजाहिद ने किया। गड़े मुर्दे नहीं उखाड़े जाएंगे कामा ऐसा दावा मुजाहिद ने किया। लेकिन अभी भी तालिबान के आतंकी घर घर में जाकर अपने विरोधकों की खोज कर रहे होने के वीडियो सामने आए हैं। अफगानी हास्य अभिनेता फझल मोहम्मद की हत्या के बारे में टोका जाने के बाद, फझल यह तालिबानविरोधी था, ऐसा बताकर मुजाहिद ने उसकी हत्या का समर्थन किया।

महिलाएँ और लड़कियाँ घर से बाहर ना निकलें, ऐसा बताकर मुजाहिद ने, महिलाओं के अधिकारों के संदर्भ में खुद ही किए बयानों को झुठला दिया। महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों की हिफाज़त की जाएगी, ऐसी घोषणा तालिबान के इस प्रवक्ता ने पिछले ही हफ्ते की थी। लेकिन तालिबान की हुकूमत में महिलाएँ सुरक्षित नहीं होंगी, यह इस नए आदेश से फिर एक बार स्पष्ट हुआ। साथ ही, तालिबान उदार भूमिका अपनाने के चाहे कितने भी दावे ठोकें, फिर भी इस आतंकवादी संगठन में अंशमात्र भी बदलाव नहीं हुआ है, ऐसा मुजाहिद की घोषणा से स्पष्ट हुआ।

Leave a Reply

Your email address will not be published.