पोलैण्ड और यूक्रेन की सीमा के करीब बेलारूस का युद्धाभ्यास

मिन्स्क – रशिया-यूक्रेन युद्ध हर दिन अधिक तीव्र हो रहा है और ऐसे में रशिया के मित्रदेश बेलारूस ने नए युद्धाभ्यास की शुरूआत की है। यह युद्धाभ्यास पोलैण्ड और यूक्रेन दोनों देशों की सीमा के करीब आयोजित किया गया है। शत्रु ने कब्ज़ा किए क्षेत्र को मुक्त करना और सरहदों पर नियंत्रण स्थापित करना इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य है, ऐसा बेलारुस के रक्षा विभाग ने कहा। युद्धाभ्यास की शुरूआता हो रही थी तब रशिया विरोधी युद्ध शुरू होने का खतरा बढ़ा है, ऐसी चेतावनी पोलैण्ड के उप-रक्षामंत्री ने दी थी।

रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होते ही बेलारूस ने रशिया के समर्थन में पुख्ता भूमिका अपनाई है। रशिया ने यूक्रेन पर कार्रवाई करने के लिए बेलारुस में कुछ फौज तैनात करने की बात कही जा रही है। साथ ही अपने लड़ाकू विमानों को परमाणु हमलों के लिए तैयार रखने का दावा भी बेलारुस ने किया था। रशिया की सहायता के लिए रक्षाबल तैयार होने का वादा भी बेलारूस के नेताओं ने बार-बार किया है। इस पृष्ठभूमि पर नया युद्धाभ्यास ध्यान आकर्षित कर रहा है। नए युद्धाभ्यास में बेलारूस के ७,५०० सैनिक, ३० से अधिक लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर्स एवं ढ़ाई सौ से अधिक बख्तरबंद वाहनों को उतारा गया है।

बेलारूस के युद्धाभ्यास की शुरूआत हो रही थी तब पोलैण्ड के उप-रक्षामंत्री ने रशिया के खिलाफ युद्ध का खतरा बढ़ने की चेतावनी दी। अगले तीन से दस सालों में रशिया-पोलैण्ड युद्ध छिड़ सकता है ऐसा इशारा उप-रक्षामंत्री मार्सिन ओसिपा ने दिया। इस युद्ध के लिए पोलैण्ड को जोरदार तैयारी करनी ही पडेगी और अधिकाधिक हथियारों का भंड़ार और रक्षा यंत्रणा प्राप्त करना आवश्यक होगा, ऐसा ओसिपा ने कहा है। रशिया को पहले की तरह रक्षा क्षमता पाने के लिए कितना समय लगता है, इस पर सबकुछ निर्भर है, यह दावा भी उन्होंने किया।

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