पांच दिनों में दूसरी बार हुआ ‘क्यूआरसैम’ का परीक्षण – रक्षामंत्री ने किया ‘डीआरडीओ’ का अभिनंदन

नई दिल्ली – बीते पांच दिनों में भारत ने दुसरीं बार ‘क्विक रिऐक्शन सरफेस टू एअर मिसाईल’ (क्यूआरसैम) मिसाइल का परीक्षण किया। ज़मीन से हवां में हमला करनेवाले इस मिसाइल का यह परीक्षण कामयाब हुआ हैं। इस सफलता पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ‘डीआरडीओ’ का अभिनंदन किया हैं।

‘क्यूआरसैम’

डीआरडीओ’ ने मंगलवार के दिन ‘क्यूआरसैम’ मिसाइल का परीक्षण किया। बालासोर के अड्डे पर मोबाईल लॉन्चर की सहायता से किए गए इस परीक्षण के दौरान इस मिसाइल ने निर्धारित मानव रहित ड्रोन को सटिकता से लक्ष्य किया। इससे पहले डीआरडीओ ने १३ नवंबर के दिन ‘क्यूआरसैम’ का सफल परीक्षण किया था। ‘क्यूआरसैम’ का लगातार सफल परीक्षण करने पर डीआरडीओ का अभिनंदन. १३ नवंबर के दिन किए गए परीक्षण में सटिकता से लक्ष्य को निशाना करके राड़ार और मिसाइल की ताकत का प्रदर्शन किया था। ऐसें में ‘क्यूआरसैम’ का आज किया गया परीक्षण इन सभी निकषों पर सफल साबित हुआ हैं’, इन शब्दों में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ‘डीआरडीओ’ को शुभेच्छा प्रदान की।

इस मिसाइल यंत्रणा को विशेष राड़ार यंत्रणा का जोड़ दिया गया हैं। इस वजह से हवां में ३० किलोमीटर दूरी तक का लक्ष्य यह मिसाइल सटिकता के साथ निशाना कर सकती हैं। लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच भड़के संघर्ष के बाद ‘क्यूआरसैम’ मिसाइलों की तैनाती की गई थी। वर्ष २०२१ तक यह मिसाइल रक्षाबलों के बेड़े में दाखिल होने के आसार थे। इसी बीच नवंबर के आखिरी सप्ताह में हिंद महासागर में तीनों रक्षाबल सुपरसोनिक ‘ब्रह्मोस’ क्रूझ मिसाइलों का परीक्षण कर रहे हैं। चीन के साथ तनाव होने के दौरान हो रहें यह परीक्षण बड़ी अहमियत रखते हैं।

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