अरुणाचल और सिक्कीम से जुड़ी चीन की सीमा पर मौजूदा तैयारी का सेनाप्रमुख ने लिया जायज़ा

नई दिल्ली – सेनाप्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने गुरुवार के दिन असम के तेजपुर स्थित लष्करी अड्डे का दौरा किया। लद्दाख की सीमा पर बढ़े तनाव के बाद चीन ने तिब्बत और अक्साई चीन में तैनाती बढ़ाई है। चीन के इस तैनाती की पृष्ठभूमि पर भारत ने लद्दाख के साथ ही अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की सीमा पर तैयारी बढ़ाई है और इस सरहदी क्षेत्र की सुरक्षा का ज़िम्मा संभाल रहे सेना के ‘4 कोअर’ के मुख्यालय वाले तेजपुर के लष्करी अड्डे का सेनाप्रमुख ने दौरा करना अहमियत रखता है।

सेनाप्रमुख

भारत और चीन के वरिष्ठ सेना अधिकारियों ने सीमा पर तनाव कम करने के लिए 5वे चरण की बैठक हाल ही में की है। लेकिन यह बैठक पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है और चीन अभी भी पैन्गॉन्ग त्सो के इलाके से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। पहले भारत इस क्षेत्र से अपने सैनिक पीछे हटाए, इसके बाद ही हम अपने सैनिकों को पीछे करेंगे, यह नई बयानबाजी चीन ने की है। इस वजह से भारत और चीन की सीमा पर बना तनाव जल्द कम नहीं होगा, यह बात अब स्पष्ट होने लगी है। सामरिक विश्‍लेषक भी यह तनाव जल्द कम होने की संभावना दिखाई नहीं दे रही है, यह दावा कर रहे हैं।

इस कारण भारतीय सेना ने भी अपनी तैनाती में की हुई बढोतरी जारी रखने की गतिविधियां शुरू की हैं। ठंड़ के मौसम की प्रतिकूल स्थिति में भी अतिरिक्त तैनाती और हथियारों की तैयारी बरकरार रखने के लिए सेना ने अपनी गतिविधियां शुरू की हैं, ऐसे समाचार भी प्राप्त हुए थे। चीन की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए सेना को चार से छह विशेष उपग्रहों की आवश्‍यकता है और इसी कारण के लिए इन उपग्रहों की तैनाती हो, यह माँग सेना ने सरकार के सामने रखने के समाचार भी प्राप्त हो रहे हैं। यह ज़रूरत पूरी करने की दिशा में योजना भी तैयार की जा रही है।

ऐसी पृष्ठभूमि पर सेनाप्रमुख असम का दौरा कर रहे हैं। तेजपुर स्थित लष्करी अड्डे को चीन सीमा पर तैनाती रखने के नज़रिए से बड़ी अहमियत है। ‘4 कोअर’ का मुख्यालय यहीं बना है और ईशान्य भारत को जोड़ रहे सिलिगुड़ी हायवे की रक्षा एवं अरुणाचल प्रदेश में तेज़ गति से तैनाती करने के लिए असम का यह अड्डा अहम समझा जाता है। सीमा पर तेज़ गति से तैयारी बढ़ाना संभव हो इस लिए बीते कुछ वर्षों में असम और वहां से अरुणाचल प्रदेश तक बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। लद्दाख में बने तनाव के बाद अरुणाचल प्रदेश में अतिरिक्त तैनाती बढ़ाई गई है और तभी सेनाप्रमुख जनरल नरवणे तेजपुर पहुँचे हैं। भारत अब चीन से जुड़ी पूरी सीमा पर तैयार होने का संदेशा इसके ज़रिए दिया गया है।

इसी बीच विदेश मंत्रालय ने चीन अपने वादों का पालन करे, यह बात दुबारा ड़टकर कही है। चीन सीमा पर तनाव कम करने के लिए किया वादा पूरा करने पर गंभीरता से विचार करेगा, यह उम्मीद है, इन शब्दों में भारत ने चीन को फटकार लगाई है। चीन ने हाल ही में यह बयान किया था कि, सीमा पर बना तनाव और द्विपक्षीय संबंधों को भारत एक ना करे। मतभेद विवाद में तब्दील ना हों, यह ध्यान भारत रखेगा, यह उम्मीद भी चीन ने व्यक्त की थी। इस पृष्ठभूमि पर भारत ने चीन को उसी ने किए दगाबाज़ी की दुबारा याद दिलाई।

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