इराक के ईरान समर्थक गुटों ने अमरिका-इस्रायल को धमकाया

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबगदाद: इराक में प्रभावी बने ‘पॉप्युलर मोबिलायझेशन फोर्सेस’ (पीएमएफ) इस ईरान से जुडे गुट ने पिछले महीने से अपने लष्करी ठिकानों पर हुए हमलों के लिए इस्रायल और अमरिका को जिम्मेदार कहा है| ‘अपनी लष्करी अड्डों की हवाई सीमा से किसी भी विमान ने उडान भरी तो शत्रु का वह विमान समझ कर गिराया जाएगा’, यह धमकी ‘पीएमएफ’ के वरिष्ठ नेता ‘अबु माहदी अल मोहानदीस’ ने दी है| माहदी यह इराक में सक्रिय रहे ईरान के ‘कुदस् फोर्स’ का प्रमुख ‘जनरल कासेम सुलेमानी’ की नजदिकी व्यक्ती है|

पिछले महीने से इराक के अलग अलग लष्करी एवं हवाई अड्डों पर चार बडे हमलें हुए है| इनमें राजधानी बगदाद के उत्तरी हिस्से के ‘कैम्प अश्रफ’ इस सबसे बडे लष्करी अड्डे के साथ ही दो दिन पहले सलाहेद्दीन प्रांत में ‘बलाद’ इस हवाई अड्डे का समावेश है| इराक में इन चारों जगहों पर ईरान से जुडे गुटों के अड्डे एवं हथियारों के भंडार थे| इस वजह से ईरान से जुडे गुटों पर हुए इन हमलों के पीछे इस्रायल होने की आशंका व्यक्त की जा रही थी| बुधवार के दिन ‘पीएमएफ’ इस ईरान से जुडे चरमपंथी हथियारी गुट ने इन हमलों के लिए इस्रायल के साथ अमरिका भी जिम्मेदार होने का आरोप किया|

‘पीएमएफ’ का वरिष्ठ कमांडर अबु माहदी अल मोहानदीस ने एक पत्रक के जरिए इस्रायल और अमरिका को धमकाया है| पिछले महीने से इस्रायल के ड्रोन्स ने अपने लष्करी अड्डे पर एवं हथियारों के भंडारों पर हमला किया है, यह दावा माहदी ने किया| इन हमलों के लिए अमरिका ने इस्रायल के ड्रोन्स को इराक में बने अपने हवाई अड्डे का इस्तेमाल करने दिया था, यह आरोप माहदी ने किया|

‘इराक सरकार तक ‘पीएमएफ’ की भूमिका पहुंचाई गई है| अगले समय में अपने लष्करी अड्डे की हवाई सीमा से किसी भी देश का विमान या ड्रोन उडान भरता दिखाई दिया तो वह शत्रु का विमान समझा जाएगा और उसपर कार्रवाई होगी’, यह इशारा इस ईरान से जुडी संगठन के कमांडर ने दिया है| साथ ही इसके आगे इराक में जो कुछ भी होगा, उसके लिए अमरिका ही पूरी तरह से जिम्मेदार रहेगी, यह इशारा भी माहदी ने दिया है| इराक में ईरान से जुडे गुटों का नेटवर्क निर्माण करनेवाली ईरान की ‘कुदस् फोर्स’ के प्रमुख जनरल कासेम सुलेमानी के माहदी यह काफी नजदिकी व्यक्ति है|

इराक में ईरान से जुडे गुटों के अड्डों पर हुए हमलों से अपना संबंध नही है, यह अमरिका ने स्पष्ट किया है| लेकिन, दो दिन पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दुनियाभर में ईरान के अड्डों पर हमलें करने की धमकी दी थी| ईरान के विरोध में हमारी कार्रवाई सुरू है और इसके आगे भी शुरू रहेगी, इन शब्दों में प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने सीरिया-इराक में कार्रवाई के संकेत दिए थे|

इस दौरान, ईरान पर हमलें करने के लिए लौंचपैड के तौर पर इराक का इस्तेमाल करने नही देंगे, यह ऐलान इराक सरकार ने किया था| इसके बाद इराक में बने ईरान के अड्डों पर हुए हमलें और उसपर ईरान समर्थक गुटों की प्रतिक्रिया, इराक की सरकार के हाथ में इस देश की सूत्र नही है, यही बात स्पष्ट तौर पर दिखा रही है|

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